शिलचर, 20 जुलाई:डिस्ट्रिक्ट डी-एडिक्शन सेंटर, राताबाड़ी सोशल सर्विस फाउंडेशन और आशियाना फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को काजीर बाजार क्षेत्र में एक प्रभावशाली मादक पदार्थ विरोधी जनजागरूकता सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर चार बजे हुई, जिसमें विभिन्न वर्ग और आयु के लगभग 100 से अधिक स्थानीय नागरिकों की भागीदारी देखी गई।
सभा के दौरान उदिची संस्था के महासचिव कबीर अहमद और डी-एडिक्शन सेंटर के प्रभारी अपू देवनाथ को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथियों में समाजसेवी हुसैन अहमद, निज़ामुद्दीन अहमद, सहादत हुसैन और आशियाना फाउंडेशन के संस्थापक मोइनुद्दीन प्रमुख रूप से शामिल थे।
अपने संबोधन में कबीर अहमद ने युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को गहरी चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि 16 से 25 वर्ष की आयु के युवा आजकल मानसिक तनाव से राहत पाने और जीवन की जटिलताओं से बचने के लिए नशे की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। वे तात्कालिक संतुष्टि और रोमांच की तलाश में स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं की अनदेखी कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति केवल व्यक्तियों को ही नहीं, बल्कि उनके परिवारों और समाज को भी गहरे स्तर पर प्रभावित करती है।
डिस्ट्रिक्ट डी-एडिक्शन सेंटर के इंचार्ज अपू देवनाथ ने कहा कि नशा एक सामाजिक बीमारी है और इससे लड़ने के लिए मजबूत प्रशासनिक व्यवस्था, व्यापक जनजागरूकता, कानूनी कड़ाई और अभिभावकों व समुदाय की सामूहिक जिम्मेदारी आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए एक समन्वित और बहुआयामी रणनीति की वकालत की।
कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में नशामुक्ति के प्रति चेतना फैलाना और खासकर युवाओं को इसके दुष्परिणामों से अवगत कराना था। आयोजकों ने भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता अभियानों को जारी रखने का संकल्प लिया।





















