शिलचर, 28 जुलाई:शिलचर रूरल आईसीडीएस परियोजना और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को मानव तस्करी और डाइनी प्रथा उन्मूलन के विषय में जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक रैली एवं जागरूकता सभा का आयोजन किया गया।
यह रैली शिलचर के मेहेरपुर स्थित रूरल आईसीडीएस परियोजना कार्यालय से प्रारंभ होकर सीडी होम पाठशाला स्कूल तक गई। कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य, आईसीडीएस के विभिन्न स्तरों के कर्मचारी, सहायक कार्यकर्ता तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए विकास परियोजना अधिकारी विजय कुमार बड़ुआ, DLSA की पारा लीगल वॉलंटियर (PLV) सबाना लस्कर, अधिवक्ता निरुपम दत्ता सहित कई गणमान्य व्यक्तियों को उत्तरीय पहनाकर सम्मानित किया गया।
अपने वक्तव्य में विजय कुमार बड़ुआ ने कहा, “मानव तस्करी और डाइनी प्रथा दो भिन्न सामाजिक समस्याएं हैं, लेकिन दोनों ही समाज पर गंभीर और नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। इनके खिलाफ जन-जागरूकता, शिक्षा और सख्त कानूनी कार्रवाई बेहद आवश्यक है। इस दिशा में समाज के हर वर्ग को मिलकर काम करना होगा।”
अधिवक्ता निरुपम दत्ता ने कहा कि महिलाओं पर कुप्रथाओं के नाम पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए समाज में जागरूकता फैलानी होगी। “किसी भी महिला को डाइनी बताकर प्रताड़ित करना गंभीर अपराध है, इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे,” उन्होंने कहा।
सबाना लस्कर ने कहा कि डाइनी करार देकर महिलाओं पर हिंसा करने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन सुमिता देव (राय) ने किया। इस अवसर पर स्वप्ननील ठाकुरिया, इंदिरा बर्मन, चंद्रिका नाग, सुमिता भट्टाचार्य, माला देव, जहानारा खान, शर्मिला देव, अपू साहा, राजू राय, चांदनी थाउसें, राजेश घोष, जेनिफा लस्कर सहित शिलचर रूरल आईसीडीएस परियोजना से जुड़े अनेक कर्मचारी और सहायिकाएं उपस्थित थीं।
इस रैली और सभा के माध्यम से समाज में फैली कुरीतियों के विरुद्ध जन-जागरूकता को नई दिशा देने का प्रयास किया गया।





















