उधारबंद, 31 जुलाई:उधारबंद क्षेत्र के चंडीघाट-मधुरा रोड पर बुधवार को एक भीषण सड़क हादसे में 35 वर्षीय महिला रूमा कर्मकार और 58 वर्षीय नहरू कॉल गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद घायलों को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, लेकिन एम्बुलेंस की अनुपलब्धता के कारण उन्हें करीब एक घंटे तक इलाज के लिए इंतजार करना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मधुरा से सवारियों को लेकर आ रहा एक ऑटो-रिक्शा उधारबंद की ओर जा रहा था। इसी दौरान एक मिनी टिपर वाहन के साथ उसकी आमने-सामने हल्की टक्कर हो गई। हालांकि टक्कर मामूली थी, लेकिन ऑटो अपना संतुलन खो बैठा और सड़क के किनारे पलट गया।
दुर्घटना में ऑटो में सवार शहर के 5 नंबर लाइन की रहने वाली रूमा कर्मकार (उम्र 35) और नहरू कॉल (उम्र लगभग 58) गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचीं पानाग्राम गांव पंचायत की सभापति सुप्रीति कांगाति ने स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को उदारबंद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने दोनों को शिलचर मेडिकल कॉलेज रेफर किया।
लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एम्बुलेंस न होने से दोनों घायलों को करीब एक घंटे तक इंतजार करना पड़ा। इस देरी पर नाराज़गी जताते हुए पंचायत सभापति सुप्रीति कांगाति ने सवाल उठाया कि आखिर आकस्मिक हालात में समय पर एम्बुलेंस क्यों उपलब्ध नहीं होती। उन्होंने इस समस्या को लेकर जिला परिषद सदस्य रोहित सिंह से फोन पर बातचीत भी की।
दूसरी ओर, सूचना मिलते ही उधारबंद पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटनाग्रस्त ऑटो रिक्शा व मिनी टिपर को अपने कब्जे में लेकर थाने ले गई।
स्थानीय लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं की इस लापरवाही पर चिंता जताई है और जिला प्रशासन से मांग की है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एम्बुलेंस की स्थायी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।




















