शिलचर, 7 अगस्त 2025: गुरुचरण विश्वविद्यालय में गुरुवार को 2025 सत्र के स्नातक विज्ञान वर्ग के नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए एक भव्य विद्यारंभ समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपने उच्च शिक्षा की औपचारिक यात्रा आरंभ की।
कार्यक्रम की शुरुआत एनथ्रोपोलॉजी विभाग की छात्रा गौतमी मालाकार द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुई, जिससे समारोह का आध्यात्मिक आरंभ हुआ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. निरंजन राय, निबंधक डॉ. विद्युत कांति पाल, शैक्षणिक निबंधक डॉ. अभिजीत नाथ, डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. जয়दीप पाल, तथा असम विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. हिमाद्री शेखर दास और रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. सुदीप चौधुरी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
समारोह में जन संचार विभाग द्वारा निर्मित लघु फिल्म “गुरुचरण यूनिवर्सिटी टुवर्ड्स एक्सीलेंस” का प्रदर्शन किया गया, जिसने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भावी दृष्टिकोण को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
स्वागत भाषण विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ. सेवा राय ने दिया, जिसके पश्चात कुलपति प्रो. निरंजन राय ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें अनुशासित, समयनिष्ठ और जिम्मेदार बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र आज विश्वभर में प्रतिष्ठित स्थानों पर कार्यरत हैं। भारत के विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में छात्रों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलते हुए चरित्र निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया।
असम विश्वविद्यालय के प्रो. हिमाद्री शेखर दास ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के साथ अनुसंधान में साझेदारी करने और ज्योतिष विज्ञान प्रयोगशाला का भ्रमण करने का आमंत्रण दिया। वहीं प्रो. सुदीप चौधुरी ने “लाइफ स्किल्स एंड गोल सेटिंग: अवर कम्पास फॉर सक्सेस” विषय पर पावरपॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से छात्रों को सफलता के सूत्र बताए।
निबंधक डॉ. विद्युत कांति पाल ने ‘विद्यारंभ’ और ‘दीक्षारंभ’ शब्दों के महत्व को समझाते हुए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की संरचनात्मक सुविधाओं का लाभ उठाने की सलाह दी। शैक्षणिक निबंधक डॉ. अभिजीत नाथ ने नए शैक्षणिक वातावरण में खुद को ढालने हेतु आवश्यक दिशानिर्देश प्रदान किए और बताया कि 75% उपस्थिति और यूनिट टेस्ट पास करना अनिवार्य है।
डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. जयदीप पाल ने भारत की विविधता में एकता की भावना को आत्मसात करते हुए एक समरस और समावेशी शैक्षणिक वातावरण निर्मित करने पर जोर दिया।
धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. राजश्री कृष्णनाथ ने किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
समूचे समारोह का संचालन प्रोफेसर डॉ. दीपा नाथ ने किया।




















