धोवारबंद, कछार, 13 अगस्त:योगीरबंद के 11 वर्षीय स्कूली छात्र देवजीत री, जो बीते रविवार सुबह से लापता थे, का शव सोमवार देर रात उनके घर से कुछ दूरी पर स्थित गहरे जंगल से धोवारबंद थाने की पुलिस ने बरामद किया। शव को मंगलवार शाम पोस्टमार्टम के बाद शिलचर मेडिकल कॉलेज से धोवारबंद बाज़ार लाया गया, जहां हजारों लोग न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए।
जनता ने “देवजीत के हत्यारों को फांसी दो”, “शिशु हत्यारों को किसी भी कीमत पर बख्शा न जाए” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि इस जघन्य हत्याकांड का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषियों को शीघ्र सजा दी जाए। यह विरोध मार्च धोवारबंद बाज़ार से थाने के सामने होते हुए दक्षिण टिला में जाकर समाप्त हुआ।
एसयूसीआई(सी) धोवारबंद क्षेत्रीय समिति के सचिव माधव घोष ने बताया कि देवजीत के पिता दिलीप री पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता और मिलनसार श्रमिक हैं। बीते रविवार दिन में, पड़ोस के जयप्रणेश केवट नामक युवक ने घर में किसी के न होने का फायदा उठाकर बच्चे को बहला-फुसलाकर जंगल में ले गया। शाम को मां अनीता री के लौटने पर पड़ोस के बच्चों से घटना की जानकारी मिली। रातभर पिता-पुत्र की खोजबीन होती रही और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
स्थानीय लोगों के प्रयास से, स्वप्न बाउरी, संतोष आकुड़ा और गौरा सबर ने मुख्य आरोपी जयप्रणेश केवट को पकड़ा और धोवारबंद थाने लाने का प्रयास किया, लेकिन गलतफहमी में धोलाई थाने की पुलिस ने इन्हें ही हिरासत में ले लिया। अगले दिन सुबह एसयूसीआई(सी) जिला सचिव भवतोष चक्रवर्ती के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने धोलाई थाने में जाकर निर्दोष तीनों को रिहा कराने और मुख्य आरोपी से पूछताछ कर बच्चे को खोजने की मांग की।
सोमवार रात करीब 10 बजे धोवारबंद थाने के ओसी ने धोलाई थाने से सभी को अपने थाने लाकर मुख्य आरोपी से पूछताछ शुरू की और देर रात जंगल से देवजीत का शव बरामद कर लिया। इस मामले में एक महिला समेत दो अन्य को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
देवजीत के शव के पहुंचते ही धोवारबंद में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया। बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं और व्यापारी भी विरोध में शामिल हुए।
मृतक को श्रद्धांजलि देने वालों में पिता दिलीप कुमार री, मां अनीता सिंह, एसयूसीआई(सी) असम राज्य समिति के सदस्य तुषार पुरकायस्थ, जिला सचिव भवतोष चक्रवर्ती, माधव घोष, एआईकेकेएमएसएस के लक्ष्मीचरण आकुड़ा, एआईयूटीयूसी के रामकुमार बागती, एआईएमएसएस की माया बागती, एआईडीवायओ के सुजीत आकुड़ा, एआईडीएसओ के निरोज कालोवार, कॉम्सोमोल की सुमी आकुड़ा सहित कई संगठन के कार्यकर्ता शामिल थे। सभी ने देवजीत की पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित कर गहरी संवेदना व्यक्त की।





















