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हाइलाकांदी, 19 अगस्त:असम विश्वविद्यालय, शिलचर के भौतिकी विभाग ने “भारत अंतरिक्ष सप्ताह 2025” उद्यापन के अवसर पर इसरो के संस्थापक ड. विक्रम साराभाई की जयंती स्मरण में अंतरिक्ष विज्ञान पर एक विशेष आलोचना सभा का आयोजन किया। सोमवार को विश्वविद्यालय के मेघनाद साहा कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में प्रख्यात ज्योतिर्विज्ञानी तथा विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर अशोक कुमार सेन ने “धूमकेतुओं के लिए अंतरिक्ष मिशन” शीर्षक से एक भाषण दिया। उन्होंने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के रोसेटा सहित , विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय धूमकेतु अन्वेषण कार्यक्रमों के उद्देश्यों और सफलताओं पर चर्चा की, तथा सौरमंडल के आदि तत्वों के रूप में धूमकेतुओं के अध्ययन के महत्व के बारे में चर्चा की। उन्होंने ग्रह और आंत:ग्रह अभियान में भारत की बढ़ती क्षमताओं पर भी प्रकाश डाला और शिक्षार्थियों को इस क्षेत्र में देश के भविष्य अवदान के बारे में सोचने के लिए अनुप्राणित किया।
विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के विभागीय प्रधान हिमाद्री शेखर दास ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने उपग्रह उतक्षेपण में विश्व में सर्वश्रेष्ठ बनने की इसरो की उल्लेखनीय यात्रा पर प्रकाश डाला। इस दिन के अनुष्ठान में अध्यापक अशोक कुमार सेन को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन अध्यापक अत्री देशमुख के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस कार्यक्रम का संचालन गवेषक डेइटि बसुमातारी ने किया। कार्यक्रम में अध्यापक बी. आई. शर्मा, ड. उत्पल सरकार, ड. स्वर्णदीप बिस्वास, ड. बिधान मोहंत सहित अन्य संकाय सदस्य, पीएचडी गवेषक और शिक्षार्थियों उपस्थित थे।





















