हमें स्थानीय लोगों की हस्तकला और प्रतिभा का उपयोग करना है, उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को खरीदना है, इससे यहां का समाज समृद्ध होगा। उपरोक्त बातें बराक हिंदी साहित्य समिति द्वारा हिंदी भवन शिलचर में आयोजित सम्मान समारोह में असम सरकार के कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल ने कही। उन्होंने कहा कि समस्याएं बहुत है, अवसर भी बहुत है। कोई समस्या ऐसी नहीं है जो ना सुलझे। शीला को अहिल्या बनाने के लिए राम को आना पड़ा। असम का उद्धार वर्तमान मुख्यमंत्री जी के हाथों होना निश्चित है। जो लोग बरसों पहले असम में आए हैं और पिछड़े हुए हैं, उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ेंगे। हिंदी भाषी समाज का बहुत बड़ा अंश केवल 12 घाटी ही नहीं पूरे आसाम में है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभाषा पूरे देश को जोड़ती है। राष्ट्रवाद एक गंगा है, इसमें जो डुबकी लगाएगा उसकी समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने शिलचर में एक महिला छात्रावास, एक वृद्ध आश्रम तथा एक अनाथ आश्रम के निर्माण के लिए लोगों से सुझाव और सहयोग मांगा।
लखीपुर के विधायक कौशिक राय ने कहा कि सभी हिंदीभाषी संगठनों को एक मंच पर आना चाहिए, हमें एकजुट होकर चाय जनगोष्टी और हिंदीभाषी समाज के समस्याओं के समाधान के लिए प्रयास करना है। इस बारे में मैं विधानसभा में सवाल उठाउंगा तथा मुख्यमंत्री जी से भी वार्ता करूंगा।
शिलचर के विधायक दीपायन चक्रवर्ती ने कहा कि हम अभिभावक नहीं सेवक हैं और आप सभी के सुझाव और परामर्श से जो भी जरूरत होगी काम करेंगे बांग्लाभाषी समाज को भी साथ लेंगे।
सम्मान समारोह के प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्वलन किया तथा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। मंचासीन अतिथियों को उत्तरीय देकर सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह की अध्यक्षता समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबूल नारायण कानू ने की। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप कुर्मी ने किया। बाबुल कानू ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बराक घाटी में हिंदीभाषियों के अतीत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहले बराक घाटी में हमेशा 4-5 हिंदी भाषी विधायक होते थे, अभी एक है। समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता रवि नोनिया ने बराक घाटी के चाय जनगोष्टी के विभिन्न समस्याओं पर वक्तव्य प्रस्तुत किया तथा मंत्री जी को एक ज्ञापन भी दिया।
समारोह में असम सरकार के कैबिनेट मंत्री तथा काछाड़ के अभिभावक मंत्री अशोक सिंघल को तथा लखीपुर के नवनिर्वाचित बराक घाटी से एकमात्र हिंदीभाषी विधायक कौशिक राय को बराक हिंदी साहित्य समिति द्वारा मानपत्र, शाल और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। शिलचर के विधायक दीपायन चक्रवर्ती को भी विभिन्न संगठनों ने उत्तरीय देकर सम्मानित किया। श्रीमती बिंदु सिंह ने मानपत्र पाठ किया तथा मंत्री जी को बराक हिंदी साहित्य समिति के उपाध्यक्ष डॉ रंजन सिंह जी ने मानपत्र प्रदान किया।
राष्ट्रभाषा एवं चाय जनगोष्टी उन्नयन मंच के मुख्य संयोजक दिलीप कुमार ने कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल को मंच की ओर से ज्ञापन प्रदान किया। मंच की ओर से रामनारायण नुनिया, चंद्रमा प्रसाद कोईरी, सुभाष चौहान, गणेश लाल छत्री तथा चंद्रजीत नुनिया ने उत्तरीय देकर मंत्री जी को सम्मानित किया।
पूर्वोत्तर मारवाड़ी सम्मेलन की ओर से मूलचंद वैद ने मंत्री जी को उपहार देकर सम्मानित किया। सम्मान प्रदान करने वालों में आर ई नर्सिंग होम के मुखिया डॉ रंजन सिंह, मनोज जैन, अग्रवाल सेवा समिति के राजेंद्र जिंदल, देवकीनंदन जालान, मुरली मनोहर अग्रवाल, गिरजा शंकर अग्रवाल, मारवाड़ी युवा मंच के प्रमोद शर्मा, आदर्श भक्त मंडल हरीश काबरा, माहेश्वरी सभा के पवन राठी, युवा यादव महासभा के भोला नाथ यादव, पिछड़ा वर्ग एसोसिएशन के सुवचन ग्वाला तेली साहू महासभा के मनोज शाह, हिंदीभाषी चाय जनसमुदाय मंच के कंचन सिंह तथा युवा मोर्चा के शंभू कुर्मी आदि शामिल थे।
समारोह में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में समिति के मंचासीन पूर्व अध्यक्ष उदय शंकर गोस्वामी, अवधेश कुमार सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता और एपीडीसीएल के चेयरमैन नित्य भूषण दे, भाजपा के प्रभारी जिला अध्यक्ष विमलेंदु राय, हनुमान जैन, अजय यादव, महासचिव दुर्गेश कुर्मी, बंसी लाल भाटी, राजाराम कोइरी, युगल किशोर त्रिपाठी, अपर्णा तिवारी, चंचला नुनिया, जयप्रकाश गुप्ता, योगेश दुबे, जवाहरलाल पांडेय, रितेश नुनिया, गोपाल चौहान, धर्मेंद्र राय, विनोद अग्रवाल, दिलीप जैन, मनीष कुमत, पवन जैन आदि अनेकों गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।