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सिलचर, 10 अक्टूबर : असम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजीव मोहन पंत को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की कार्यकारी समिति के सदस्यों में से एक के रूप में नामित किया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर पंत को एक पत्र के माध्यम से इस नामांकन की औपचारिक सूचना दी। वे अगले तीन वर्षों तक कार्यकारी सदस्य के रूप में इस महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वहन करेंगे। असम विश्वविद्यालय परिवार भी उनकी इस नई जिम्मेदारी पर गौरवान्वित है।
संयोग से, 1994 में, यूजीसी ने देश के उच्च शिक्षा संस्थानों के मूल्यांकन और मान्यता के लिए सर्वोच्च निकाय ‘नैक’ का गठन किया था। इसके अध्यक्ष स्वयं यूजीसी अध्यक्ष होते हैं। उच्च शिक्षा संस्थानों के सभी मानक और विशेष अनुदान, नैक की मान्यता पर निर्भर करते हैं।
पत्र में यह भी कहा गया है कि उन्हें देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से चुने गए तीन प्रतिनिधियों में से नैक की कार्यकारी समिति के सदस्य के रूप में नामित किया गया है। इस नियुक्ति को उनके नेतृत्व और उच्च शिक्षा के भविष्य को आकार देने में पूर्वोत्तर भारत के संस्थानों के बढ़ते महत्व का प्रमाण माना जा रहा है।
असम विश्वविद्यालय परिवार ने कुलपति की नई ज़िम्मेदारियों पर प्रसन्नता व्यक्त की है और आशा व्यक्त की है कि कुलपति प्रोफेसर पंत देश के उच्च शिक्षा संस्थानों के शैक्षणिक मानकों, मान्यता मानदंडों और रणनीतिक पहलों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे





















