83 Views
हाइलाकांदी प्रतिनिधि, ११ अक्टूबर:
शिक्षक समाज के शिल्पकार होते हैं, शिक्षक छात्रों के मार्गदर्शन, सिद्धांतों, नियमों और आदर्शों के प्रतीक होते हैं। लेकिन जब कोई शिक्षक ही सरकारी नियमों का उल्लंघन करे, तो छात्र उससे क्या सीखेंगे? हाइलाकांदी ज़िले के संतोषनगर जनमंगल लोअर प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक राम किशन रविदास पर ऐसा ही आरोप लगा है। शिकायत के अनुसार, सरकारी शिक्षक होने के बावजूद, राम किशन रविदास हाइलाकांदी ज़िला कांग्रेस कमेटी के सचिव के पद पर कार्यरत हैं। इतना ही नहीं, यह भी आरोप लगाया गया है कि वह अक्सर ज़िला कांग्रेस भवन में आयोजित पार्टी की बैठकों में भी मौजूद रहते हैं। असम राष्ट्रवादी युवा छात्र परिषद का दावा है कि एक सरकारी कर्मचारी किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं हो सकता, संगठनात्मक कर्तव्यों का पालन करना तो दूर की बात है। एक शिक्षक जैसे ज़िम्मेदार पद पर रहते हुए किसी राजनीतिक दल के लिए काम करना बेहद शर्मनाक है और सरकारी नीतियों और नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। संगठन ने आरोप लगाया कि हाइलाकांदी शिक्षा विभाग के अधिकारी मनोज कोइरी के कार्यभार संभालने के बाद से विभाग में अराजकता का माहौल है। किसी भी स्कूल या शिक्षक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती। ऐसे में संगठन ने राज्य के शिक्षा मंत्री और हाइलाकांदी जिले के अतिरिक्त आयुक्त और शिक्षा विभाग के प्रभारी त्रिदीप रॉय का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए कहा कि शिक्षक राम किशन रविदास के खिलाफ तुरंत उचित जांच कर उचित कार्रवाई की जाए, अन्यथा एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा, ऐसी चेतावनी संगठन ने दी।





















