फॉलो करें

शिलचर में नेताजी सुभाष फाउंडेशन ने मनाया आज़ाद हिंद सरकार स्थापना दिवस: “स्वतंत्रता का पहला झंडा नेताजी के हाथों ही फहराया गया था” — निहार रंजन पाल

92 Views

उत्साह, श्रद्धा और देशभक्ति के माहौल में मंगलवार को नेताजी सुभाष फाउंडेशन द्वारा आज़ाद हिंद सरकार की 83वीं स्थापना वर्षगांठ मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन अंबिकापट्टी स्थित फाउंडेशन के अस्थायी कार्यालय परिसर में किया गया।

सुबह 10:30 बजे ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। फाउंडेशन के अध्यक्ष, प्रख्यात लेखक और नेताजी शोधकर्ता निहार रंजन पाल ने आज़ाद हिंद सरकार का ध्वज फहराया। इसके बाद नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

इसके उपरांत आयोजित विचारगोष्ठी की अध्यक्षता निहार रंजन पाल ने की, जबकि स्वागत भाषण दिया फाउंडेशन के महासचिव प्रणब राय चौधरी ने।

अपने वक्तव्य में निहार रंजन पाल ने कहा—

“भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों के योगदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करने का कार्य नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने किया। स्वतंत्र भारत का पहला झंडा नेताजी के हाथों ही फहराया गया था।”

कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वतोष चौधुरी ने आज़ाद हिंद सरकार की ऐतिहासिक घोषणा-पत्र का वाचन किया। उन्होंने कहा—

“क्रांतिकारी रासबिहारी बोस ने आज़ाद हिंद फौज की नींव रखी थी, लेकिन उसे एक संगठित स्वतंत्रता सेना का रूप नेताजी ने ही दिया। उसी क्रम में भारत की पहली स्वतंत्र सरकार का गठन हुआ।”

फाउंडेशन के उपाध्यक्ष साधन पुरकायस्थ ने अपने भाषण में कहा कि नेताजी के संघर्षमय जीवन के अध्यायों को नई पीढ़ी के सामने और अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करना समय की मांग है।

मातृभाषा सुरक्षा समिति के कछार जिला अध्यक्ष सूनिल राय ने कहा—

“यदि हम नेताजी के त्याग और वीरता की गाथा नई पीढ़ी तक नहीं पहुंचा पाए, तो स्वतंत्रता की असली गरिमा को बनाए रखना कठिन होगा।”

कार्यक्रम में अशोक देव, मिहिर नंदी, देवाशीष चौधुरी सहित अनेक नेताजी प्रेमी उपस्थित थे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपराजिता दास, अतसी चक्रवर्ती, दिवाकर दास, शांतिकुमार भट्टाचार्य और दुलाली गांगुली ने आई.एन.ए. गीत प्रस्तुत किए। जनान्तिका भट्टाचार्य ने नेताजी पर आधारित कविता का सशक्त पाठ किया, जिनका तबला वादन संतोष चंद ने किया। कार्यक्रम का संचालन भी जनान्तिका भट्टाचार्य ने ही कुशलतापूर्वक किया।

करीब तीन घंटे तक चले इस ऐतिहासिक आयोजन ने देशभक्ति, सम्मान और गौरव की भावना से सबका मन प्रफुल्लित कर दिया। नेताजी सुभाष फाउंडेशन का यह आयोजन एक बार फिर याद दिला गया कि आज़ाद हिंद सरकार की स्थापना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का वह स्वर्णिम अध्याय है, जिसने भारत को आत्मगौरव और स्वतंत्रता का नया अर्थ दिया।

इस अवसर पर रूपम सांस्कृतिक संस्था के संपादक निखिल पालअशोक कुमार देवबाप्पी रायविद्युत देवनरेंद्र दाससिद्धार्थ बनिकभास्कर दासकृष्णा दासमौसुमी विश्वास सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

Share this post:

Leave a Comment

खबरें और भी हैं...

लाइव क्रिकट स्कोर

कोरोना अपडेट

Weather Data Source: Wetter Indien 7 tage

राशिफल