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पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर, 2025 तक सभी मंडलों, कारखानों और निर्माण क्षेत्र इकाइयों में सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा। इस वर्ष का विषय है- “सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी।” यह आयोजन केंद्रीय सतर्कता आयोग के निर्देशानुसार किया जा रहा है और यह 18 अगस्त से 17 नवम्बर 2025 तक चलने वाले तीन महीने के विशेष अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पूरे ज़ोन में निवारक सतर्कता उपायों को सुदृढ़ करना है। इसका लक्ष्य रेलवे के प्रत्येक स्तर पर ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही की संस्कृति को सशक्त बनाना है।
यह कार्यक्रम मालीगांव स्थित पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे मुख्यालय में महाप्रबंधक कार्यालय के सामने सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाने के साथ शुरू होगा। इसके बाद एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से कर्मचारियों और आम जनता में नैतिक मूल्यों व पारदर्शिता के प्रति जागरूकता लाई जाएगी। निर्माण संगठन के मुख्यालय में भी इसी तरह की कार्यक्रम आयोजित की जाएँगी। पूरे ज़ोन में सभी मंडल रेल प्रबंधक अपने-अपने मंडलों में सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाएंगे, ताकि सभी विभागों और लेवल के रेलवे कर्मचारियों की भागीदारी सुनिश्चित होगी।
सप्ताह भर चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान, रेलवे कर्मचारियों और आम जनता में जागरूकता फैलाने के लिए पूरे ज़ोन में कई प्रोग्राम किए जाएँगे। 28 अक्टूबर को रंगिया मंडल में सतर्कता विषयों पर इंटरैक्टिव सेशन और सेमिनार आयोजित होंगे। 29 अक्टूबर को रेलवे हायर सेकेंडरी स्कूल, नेताजी विद्यापीठ रेलवे हायर सेकेंडरी स्कूल तथा केन्द्रीय विद्यालय, मालिगांव में निबंध लेखन, चित्रांकन और पेंटिंग प्रतियोगिताएँ होंगी। इसी दिन ज़ोनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, अलीपुरद्वार में भी निबंध प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 30 अक्टूबर को न्यू गुवाहाटी डीज़ल लोको शेड में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भ्रष्टाचार विरोधी संदेश प्रस्तुत किए जाएँगे। सतर्कता जागरूकता सप्ताह के उपलक्ष्य में आयोजित लघु फिल्में और नुक्कड़ नाटक जैसी कार्यक्रम को 31 अक्टूबर को मुख्यालय स्थित जीएम/विजिलेंस कॉन्फ्रेंस हॉल में पुरस्कार वितरण समारोह के साथ सम्मानित किया जाएगा।
ये सभी प्रयास पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की उस निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, जिसके तहत ईमानदारी की संस्कृति को प्रोत्साहित करने, सुशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे अपने सभी कर्मचारियों, हितधारकों और आम जनता से अपील करता है कि वे इस सामूहिक जिम्मेदारी और नैतिकता के अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें तथा सतर्कता और नैतिक आचरण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।





















