90 Views
एनआईटी शिलचर में छठ पर्व का भव्य आयोजन — सांस्कृतिक एकता और श्रद्धा का अनुपम उदाहरण
शिलचर, 28 अक्टूबर (प्रेरणा भारती):
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) शिलचर के छात्र समुदाय द्वारा चार दिवसीय छठ महापर्व का आयोजन अत्यंत श्रद्धा, उत्साह और भव्यता के साथ किया गया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि सांस्कृतिक एकता और भारतीय परंपराओं के प्रति सम्मान का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
संध्या और प्रातः अर्घ्य में उमड़ा श्रद्धा का सागर
परंपरा के अनुरूप 27 अक्टूबर को एनआईटी के छठ घाट पर संध्या अर्घ्य का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों के साथ अनेक स्थानीय श्रद्धालुओं ने भाग लिया। 28 अक्टूबर की सुबह प्रातः अर्घ्य के साथ महापर्व का समापन हुआ। इस अवसर पर एनआईटी के वरिष्ठ अध्यापक उपेंद्र कुमार विपिन, छात्र प्रतिनिधि मुकेश यादव, तथा श्रद्धालु द्वारका प्रसाद और संजीव कानू ने अपने विचार साझा करते हुए छठ की सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्ता पर प्रकाश डाला।
पूरे देश के साथ-साथ बराक घाटी के तीनों जिलों में सैकड़ों स्थानों पर यह पर्व शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।
‘खरना’ पर विशेष सांस्कृतिक रैली ने मन मोह लिया
छठ के दूसरे दिन, जिसे ‘खरना’ कहा जाता है, एनआईटी शिलचर परिसर में एक विशेष सांस्कृतिक रैली का आयोजन किया गया। रैली का उद्देश्य छठ पर्व की पवित्रता, इसकी सांस्कृतिक विरासत तथा छात्रों में एकता और सद्भाव की भावना को प्रोत्साहित करना था।
रैली की शुरुआत फूड कोर्ट से हुई और इसका समापन एनआईटी छठ घाट (प्रशासनिक भवन झील) पर हुआ। रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजे छात्रों ने आकर्षक झांकियाँ प्रस्तुत कीं — जिनमें सीता माता, भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, छठी मइया, भारत माता, महर्षि वाल्मीकि और सरयू देवता के स्वरूपों ने पूरे परिसर को भक्ति और श्रद्धा से भर दिया।
खरना का प्रसाद और सौहार्द्र का संदेश
‘खरना’ के अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा प्रसाद वितरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। प्रसाद में खीर, गुड़ की खीर, रोटी और फल शामिल थे, जिन्हें श्रद्धालुओं के बीच बाँटा गया। इस अवसर ने परिसर में सौहार्द्र, एकता और सेवा भावना का माहौल बना दिया।
छठ पर्व — अनुशासन, शुद्धता और प्रकृति का उत्सव

अंतिम सत्र में प्रोफेसरगण ने अपने उद्बोधन में कहा —
> “छठ पर्व भारतीय संस्कृति की वह धरोहर है जो हमें प्रकृति के प्रति कृतज्ञता, आत्मसंयम और अनुशासन का पाठ पढ़ाती है। इस पर्व के माध्यम से छात्र न केवल अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहते हैं, बल्कि सामूहिकता और श्रद्धा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।”
कार्यक्रम का समापन खरना प्रसाद वितरण और भक्ति गीतों की गूंज के साथ हुआ। पूरा परिसर आस्था और आनंद से ओत-प्रोत रहा।
एनआईटी शिलचर छात्र समुदाय द्वारा आयोजित यह छठ पर्व कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक उत्सव रहा, बल्कि भारतीय संस्कृति, पर्यावरण के प्रति सम्मान और सामाजिक एकता का प्रेरणादायक प्रतीक बन गया।





















