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असम विश्वविद्यालय, सिलचर | 12 नवम्बर 2025
असम विश्वविद्यालय, सिलचर के आतिथ्य एवं पर्यटन प्रबंधन विभाग ने अपनी नव-विकसित विभागीय अवसंरचना और आधुनिक सुविधाओं के उद्घाटन के साथ एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की। इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रो. राजीव मोहन पंत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने औपचारिक रूप से नई सुविधाओं का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में प्रो. एच. रमनंद सिंह, डीन, प्रबंधन अध्ययन संकाय, सहित विश्वविद्यालय के प्रख्यात शिक्षकों, शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।
अपने स्वागत भाषण में विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव कुमार सक्सेना ने सभी गणमान्य अतिथियों और प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने वर्ष 2020 में विभाग की स्थापना से लेकर अब तक की विकास यात्रा और परिवर्तन की सराहनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। प्रो. सक्सेना ने विभाग की नवीन अवसंरचनात्मक एवं शैक्षणिक प्रगति का उल्लेख किया — जिसमें पुनर्निर्मित प्रवेश द्वार, बेहतर पहुँच मार्ग, अत्याधुनिक कॉन्फ़्रेंस कक्ष, विभागीय पेंट्री तथा आधुनिक शिक्षण तकनीकों से सुसज्जित स्मार्ट कक्षाएँ शामिल हैं, जो एक गतिशील एवं सहभागितापूर्ण शिक्षण वातावरण का निर्माण करती हैं।
अपने संबोधन में माननीय कुलपति प्रो. राजीव मोहन पंत ने विभाग को अल्प अवधि में उत्कृष्ट प्रगति के लिए बधाई दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि पर्यटन भारत की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में एक अहम भूमिका निभाता है। यह क्षेत्र रोजगार सृजन, विदेशी मुद्रा अर्जन एवं क्षेत्रीय विकास में उल्लेखनीय योगदान देता है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन केवल आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण, सतत विकास और समावेशी प्रगति को भी प्रोत्साहित करता है। प्रो. पंत ने विभाग से आग्रह किया कि वह शैक्षणिक उत्कृष्टता और व्यावहारिक प्रशिक्षण के समन्वय को बनाए रखे, ताकि ऐसे दक्ष पेशेवर तैयार किए जा सकें जो राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर आतिथ्य एवं पर्यटन उद्योग में सार्थक योगदान दे सकें।
अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए प्रो. सक्सेना ने माननीय कुलपति के निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने प्रो. सौमेंद्र नाथ बिस्वास, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. प्रणबेश रंजन चक्रवर्ती, तथा श्री सुभनीमल पाल के योगदान की सराहना की, साथ ही विभाग के शोधार्थियों और विद्यार्थियों के उत्साहपूर्ण सहयोग के लिए भी धन्यवाद दिया, जिनके समर्पण से यह उपलब्धि संभव हो सकी।
कार्यक्रम का समापन एक दृश्य प्रस्तुति के साथ हुआ, जिसमें विभाग की पुरानी संरचना से लेकर नव-विकसित सुविधाओं तक की परिवर्तन यात्रा प्रदर्शित की गई — जो उत्कृष्टता और नवाचार के एक नए अध्याय का प्रतीक है। कार्यक्रम का समापन डॉ. प्रदीप कुमार द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों, अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया और विभाग की गुणवत्ता-युक्त शिक्षा, अनुसंधान एवं व्यावसायिक विकास के प्रति सतत प्रतिबद्धता को दोहराया।





















