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श्रीभूमि–पाथरकांदी क्षेत्र में गहरा शोक
105 वर्षीय मधु ठाकुर का निधन, समाज ने खोया एक उज्दीज्वल दीप
प्रेरणा संवाददाता पाथरकांदी, 21 नवंबर:
श्रीभूमि, पाथरकांदी के लालखीरा गांव से अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। क्षेत्र के आदरणीय, सरल और समाज-सेवी मधु ठाकुर ने आज प्रातः 4:00 बजे 105 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।
उनके निधन से पूरा क्षेत्र शोक में डूब गया है।
मधु ठाकुर जी ब्रह्मचारी थे और उन्होंने जीवनभर विवाह नहीं किया। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन सादगी, सेवा, ईमानदारी और मानवता के लिए समर्पित कर दिया। अपनी लंबी आयु में उन्होंने न जाने कितने लोगों की मदद की, कितने परिवारों को अपने शांत स्वभाव और स्नेह से सांत्वना दी।
उनकी आँखों में हमेशा प्रेम था और शब्दों में जीवन की गहरी सीख।
परिजनों के अनुसार “जब भी नाना जी घर आते थे, ऐसा लगता था जैसे घर में प्रकाश फैल गया हो।
उनकी एक मुस्कान भी पूरे परिवार के लिए आशीर्वाद जैसी थी।” आज वही मुस्कान हमेशा के लिए खो गई है।
निधन की पुष्टि उनके नाती और असम जननायक कर्पूरी ठाकुर समाज के कॉर्डिनेटर बिश्नु प्रसाद ने भारी मन से की।
उन्होंने कहा—
“नाना जी सिर्फ बुज़ुर्ग नहीं थे, वे हमारे जीवन की प्रेरणा थे। उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत बड़ा आघात है। उनकी सादगी, उनका तप, उनका आशीर्वाद… यह सब मेरे जीवन की सबसे कीमती धरोहर है।”
मधु ठाकुर जी के देहांत से क्षेत्र ने एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया है जो शांत रहकर भी सभी के दिलों में अपनी जगह बना गया।
उनका जाना एक युग का अंत जैसा महसूस हो रहा है। परिजन व क्षेत्रवासियों ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।





















