उधारबंद में जल संकट गहराया: नल है पर पानी नहीं — ‘जल जीवन मिशन’ सिर्फ नाम का, कांग्रेस नेता तपस दास ने सरकार का ध्यान आकृष्ट किया

उधारबंद, बद्री चंद्रपुर (चंद्रपुर पार्ट-1):
उधारबंद समष्टि के अंतर्गत बद्री चंद्रपुर ग्राम पंचायत के चंद्रपुर पार्ट-1 इलाके में गंभीर पेयजल संकट ने ग्रामीणों का जीवन बेहाल कर दिया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लगभग दो वर्ष पूर्व भाजपा सरकार के जल जीवन मिशन के तहत यहां नल तो लगा दिए गए, लेकिन नियमित पानी की आपूर्ति आज तक शुरू नहीं हुई।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि नल लगाने के बाद शुरुआती कुछ दिनों थोड़ी बहुत पानी की आपूर्ति की गई थी, परंतु उसके बाद से आज तक एक बूंद पानी नहीं मिला। स्वच्छ पेयजल की कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण ग्रामीण मजबूरी में बरसात के दिनों में बारिश का पानी संग्रह कर उपयोग करते थे। अब बारिश बंद होने के बाद स्थिति और भी भयावह हो गई है।
इस गंभीर समस्या की सूचना मिलने पर शिलचर जिला कांग्रेस के सामान्य सचिव और 2026 विधानसभा चुनाव के संभावित कांग्रेस प्रत्याशी तपस दास बुधवार को प्रभावित गांव पहुंचे और ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने क्षेत्र के वर्तमान विधायक पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा—
“इस इलाके की स्थिति अत्यंत दयनीय है। न सड़क है, न स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था। विधायक ने कभी भी यहां के लोगों की सुध नहीं ली। गरीब और वंचित लोगों की मूलभूत समस्याओं का समाधान करना उनका कर्तव्य था, लेकिन उन्होंने पूर्णत: उपेक्षा की है।”
तपस दास ने राज्य सरकार और स्थानीय विधायक से तुरंत हस्तक्षेप कर गांव में स्थायी और विश्वसनीय पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की।
शिकायत दर्ज करने के दौरान उपस्थित प्रमुख स्थानीय नागरिकों में शामिल थे—
मनिमोहन दास, विमल शुक्लवैद्य, अनुकूल शुक्लवैद्य, अल्लाद नमशूद्र, सूरजीत शुक्लवैद्य, राजीव शुक्लवैद्य, पंपा दास, दीपा शुक्लवैद्य, डॉली शुक्लवैद्य, सरस्वती दास, साथी रानी शुक्लवैद्य, शिबूरानी दास, रीता दास, शांत मोहन दास समेत अनेक ग्रामीण।
ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द जल आपूर्ति शुरू की जाए, ताकि उन्हें पेयजल संकट से राहत मिल सके।





















