शिलचर, 1 दिसंबर: असम के शिक्षा मंत्री रणोज पेंगू ने सोमवार को पहली बार गुरूचरण विश्वविद्यालय का दौरा किया। उनके आगमन के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के सभागार में एक विशेष मतविनिमय सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. निरंजन राय, रजिस्ट्रार डॉ. विद्युत कांति पाल, शैक्षणिक रजिस्ट्रार डॉ. अभिजीत नाथ सहित विभिन्न विभागों के प्राध्यापक, शिक्षाकर्मी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में कुलपति प्रो. निरंजन राय ने शिक्षा मंत्री रणोज पेंगू को पुष्पगुच्छ, उत्तरीय, पारंपरिक चादर एवं स्मृति-चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया।
सभा के दौरान शिक्षा मंत्री ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता, अधोसंरचना विकास, अनुसंधान गतिविधि तथा प्रशासनिक कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने बताया कि नए विश्वविद्यालय परिसर हेतु आवश्यक भूमि बहुत जल्द औपचारिक रूप से विश्वविद्यालय को हस्तांतरित कर दी जाएगी, जिससे संस्थान के भविष्य के विस्तार और विकास को नई गति मिलेगी।
राणोज पेंगू ने अनुसंधान आधारित शिक्षा को और सशक्त बनाने, स्नातकोत्तर कार्यक्रमों को विस्तृत करने और नए रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “गुरूचरण महाविद्यालय की समृद्ध शैक्षणिक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, गुरूचरण विश्वविद्यालय को देश के प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों में स्थान दिलाना होगा।” इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राएँ और शिक्षाकर्मी मंत्री के संबोधन से उत्साहित दिखाई दिए तथा विश्वविद्यालय के व्यापक विकास में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।





















