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शंकरी चौधुरी, हाइलाकांदी, 18 अक्टूबर:
बांग्लादेश में संगठित दुर्गोत्सव के दौरान और बाद में पूजा मंडप पर हमले, मठ, मंदिरों और मूर्तियों की तोड़फोड़ और अल्पसंख्यक हिंदुओं के उपर उत्पीड़न के विरोध में उत्तप्त है हाइलाकांदी। विश्व हिंदू परिषद की हाइलाकांदी जिला समिति के ओर से सोमवार को हाइलाकांदी शहर में एक पदयात्रा और विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। इस दिन शहर के कालीबाड़ी रोड से बैनर फेस्टुन के साथ एक विशाल पदयात्रा निकल कर एसएस रोड, एकादश शहीद सरनी होकर नेताजी चौरंगी में एकत्रित हुए। पदयात्रा चलते वक्त उन्होंने बांग्लादेश में घटना का कड़ा विरोध किया और बांग्लादेश सरकार मुर्दाबाद, शेख हासीना मुर्दाबाद आदि जैसे नारे लगाए। बजरंग दल, आरएसएस, हिंदू जागरण मंच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिंदू रक्षी दल और सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ता, सदस्यों के अलावा, हजारों पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया। इस दिन वे नेताजी मुर्ती की पाददेश में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया। बिश्व हिंदू परिषद के जिला सचिव श्यामसुंदर रबीदास, इस्कन के वरिष्ठ प्रचारक अमल गौर दास, भाजपा राज्य एससी मोर्चा के अध्यक्ष मून स्वर्णकार, पूर्व मंत्री गौतम राय, बजरंग दल के दक्षिण पूर्व प्रांत संयोजक विष्णु भट्टाचार्य, भाजपा युवा नेता मिलन दास, एबीभिपी के जिला सचिव कनकलाल देव, शांतनु देव प्रमुख ने प्रतिवादी कार्यक्रम का संबोधित किया।उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा के समय साजिश रचकर पूजा पंडाल में कुरान रखने की घटना को लेकर सैकड़ों मंदिरों, पूजा मंडप तोड़ना शुरू कर दिया, इसको नहीं माना जा रहा है। उन्होंने बांग्लादेश के मौलबादियों को चेतावनी दी कि हिंदू अल्पसंख्यकों के अकथनीय उत्पीड़न मठ मंदिर की तोड़फोड़ को तुरंत रुकना होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को कड़ा रुख अपनाना चाहिए और बांग्लादेश सरकार पर वहां हिंदू अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए दबाव बनाना होगा। विरोध के बाद बिश्व हिंदू परिषद के जिला सचिव श्यामसुंदर रबीदास के हस्ताक्षरित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को सौंपा गया।
इसके अलावा इस दिन बांग्लादेश का झंडा और कुछ बांग्लादेशी सामान जलाए गए हैं।