111 Views
न्यारा संगठन द्वारा संचालित राइड फॉर यूथ जागरूकता अभियान के तहत 20 हजार किलोमीटर की राइड के दौरान न्यारा संगठन के दो नौजवान नीतू और मुकुल 4728 किलोमीटर की राइड करते हुए देश के विभिन्न क्षेत्रों केंद्र प्रशासित प्रदेश लेह, लद्दाख़, जम्मू, कश्मीर तथा राज्यों हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड उत्तरप्रदेश, बिहार, वेस्ट बंगाल, आसाम, मेघालय होते हुए शिलचर पहुंचे। द्वितीय चरण में ये राइडर्ज शिलचर में प्रवेश करने पर तेरापंथ सभा, तेरापंथ महिला मंडल व युवक परिषद के सदस्यों द्वारा स्वागत किया गया ।
ये राइडर्स अलग अलग प्रदेशों में पहूँचकर यूथ इंटरएक्शन प्रोग्राम के तहत जल तथा पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भूमिका विषय पर युवाओं से चर्चा करते है।
आज प्रात: 9 बजे हरी झंडी दिखाकर राइडर्स को शिलचर से मिज़ोरम के लिए रवाना किया।
न्यारा संस्था के 20 वर्षीय प्रोग्राम मैनेजर मुकुल शर्मा ने बताया कि हम दोनो राइडर भारत के 28 राज्यों, 7 केंद्र शासित प्रदेशों तथा भारत के चारों छोरों खरदूँगला, तेजू , कोटेश्वर तथा कन्यकुमारी तक की राइड कर भारत के एक लाख युवाओं को “जल है तो कल है, प्रकृति है तो हम है” का संदेश देंगे ।
फिटजी के ऐ जी एम प्रवंजन ने बताया कि नीतू और मुकुल अभी खरदुंगला, लेह, कारगिल, श्रीनगर, जम्मू , चंबा, धर्मशाला, अमृतसर, चंडीगढ़, देहरादून पंतनगर, लखनऊ, वाराणसी, बिहार, सिलीगुड़ी, गुवाहाटी, शिलोंग, चेरापूंजी डावकी होते हुए शिलचर पहुंचे हैं ।
ये एक जन आंदोलन है तथा लोगों के सहयोग से ही इसे गति मिल रही है । राइड की अनोखी बात ये है कि ये राइडर्स बिना पैसे के स्थानीय लोगों के सहयोग से खाना, पीना, रहना, पेट्रोल तथा अन्य ज़रूरतें पूरी करते है । नीतू ने बताया कि शिलचर में खाने तथा पेट्रोल का सहयोग तेरापंथ सभा से मिला ।
इस तरह यह चुनौती पूर्ण किंतु साहसिक मिशन सम्पूर्ण भारत के लोगों को लुभा रहा है।