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कांग्रेस बार-बार बराक घाटी के तीन जिलों में एक ‘विशेष कोविड चाइल्ड केयर यूनिट’ की आवश्यकता की मांग कर रही है, लेकिन असम सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। लगभग 15 माह पूर्व तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री श्री पीयूष हजारिका ने सिलचर में ,3 माह के भीतर ,सौ-बेड का कोविड अस्पताल बनाने का संकल्प लिया था, लेकिन हमेशा की तरह सिलचर छोड़कर वह भूल गए। अभी तक ऐसे अस्पताल का कोई अता-पता नहीं है। तत्पश्चात, कुछ माह पूर्व, वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री श्री केशब मोहंतो फिर से बराक में एक ‘स्पेशल चाइल्ड कोविड केयर यूनिट’ तुरंत शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध लेकिन वह भी इस घाटी को छोड़कर भूल गए। लेकिन हाल ही में कछार, करीमगंज और हैलाकांडी की सीमा से लगे मिजोरम में बच्चों पर कोविड की लहर का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, इसलिए इन तीन जिलों में जल्द ही इसके परिणाम की गंभीर संभावना देखी जा सकती है। कांग्रेस फिर मांग करती है कि बराक घाटी में तत्काल ‘विशेष कोविड चाइल्ड केयर यूनिट’ की जाए। कम से कम इस संबंध में बराक घाटी को फिर से वंचित नहीं किया जाना चाहिए । मिजोरम में एक ही दिन में 126 बच्चे कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए, जबकि अन्य कोविड-19 मामले वहां तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए मिजोरम से सटी बराक घाटी के लोगों की सुरक्षा के बारे में सोचने का समय आ गया है।
सादर:
संजीव रॉय
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और क्षेत्रीय समन्वयक (बराक घाटी) एपीसीसी मीडिया विभाग।
07/11/21