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तेरापंथ सभा द्वारा शिलचर जैन भवन में साध्वी संगीत श्री महाराज ठाणा चार के सानिध्य में चतुर्मास आध्यात्मिक ज्ञान तपस्या उपवास ज्ञानशाला पर्वचन एवं अन्य धार्मिक गतिविधियों के साथ समापन की ओर है. तेरापंथ सभा, महिला मंडल तथा युवक परिषद सहित अन्य ईकाइयों ने लगातार छह महीने दिनरात टीम बनाकर चतुर्मास को सफल बनाया. शिलोंग से कोविद महामारी के समय ही चारों साध्वियों को दुर्गम पहाड़ी रास्ते से पैदल यात्रा करना एक कठिन तपस्या थी तो अब इसी रास्ते में कङकती ठंड में जैन धर्म के नियमों के अनुसार पैदल यात्रा करने के लिए टीम बनायी गयी है. बीस नवंबर को साध्वी गणों का सुबह शिलचर से शिलोंग बिहार के लिए समारोह पूर्वक प्रस्थान होगा.
साध्वी संगीतश्री महाराज ने बताया कि गुरु कृपा से शिलचर का चतुर्मास आध्यात्मिक रूप से सफल रहा. दूर दूर से दर्शनार्थियों ने आकर सेवा प्रदान की. शिलचर का समाज परिपक्व धार्मिक एवं सेवा भावी है जो कोराना महामारी बरसात तथा विपरीत परिस्थितियों में भी आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया. सुप्रबंधन के कारण अनेक धार्मिक अनुष्ठान हुए जो निश्चित रूप से सराहनीय है.
शिलोंग बिहार के लिए हम तैयार है गुरु कृपा से हम दुर्गम पहाङियों में पदयात्रा की अब हम गुरु कृपा से शिलोंग पहुँच जायेंगे.