गत दिनों करीमगंज जिले के बैठाखाल में एक दर्दनाक सड़क हादसे में मारे गए परिजनों से मिलने उनके घर विभिन्न संगठनों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल पहुंचा। मृतक लोंगाई चाय बागान के थे। हिंदीभाषी चाय जनसमुदाय मंच, अखिल असम भोजपुरी परिषद और भारतीय चाय मज़दूर संघ के पदाधिकारी व सदस्य मृतक परिजनों के साथ खड़े रहने का भरोसा दिया। अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए आर्थिक मदद की। मुआवजे के लिए क़ानूनी मदद का भरोसा दिया। हिंदीभाषी भाषी चाय जनसमुदाय मंच के महासचिव कंचन सिंह, अखिल असम भोजपुरी परिषद, कछार इकाई के अध्यक्ष युगल किशोर त्रिपाठी, भारतीय चाय मज़दूर संघ के कार्यकारी अध्यक्ष हरिनारायण वर्मा, चाय जनसमुदाय नेता गोलक ग्वाला सहित रंजीत साहू, मुकेश कानू, विजेता महतो, मानव सिंह, राजीव राय, विप्लव राय, बेबी कुर्मी मृतक परिजन के घर पहुंचकर उनके साथ बातचीत की। टीम में स्थानीय नागरिक सपन सूर्यवंशी तथा दीप नारायण रविदास भी शामिल रहे। इसके पूर्व प्रतिनिधिमंडल सालगोई इलाके में गया। यहां दस दिन पहले राजकुमार ग्वाला नामक एक हिंदीभाषी की हत्या हुई है। आरोपी एक विशेष संप्रदाय से है। प्रतिनिधिमंडल ने इस हत्या की कड़ी निंदा की। मृतक के परिवार से मिला और घटना का विवरण जाना। परिवार वालों को कानूनी न्याय दिलाने का आश्वासन दिया तथा आर्थिक मदद भी की। एक हिंदीभाषी की हत्या हुई है, लेकिन परिजनों के कथन अनुसार अभी तक स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उनका सुध नहीं लिया है। हिंदीभाषी चाय जनसमुदाय मंच, अखिल असम भोजपुरी परिषद और भारतीय चाय मज़दूर संघ ने हत्या की तीव्र निंदा करते हुए कहा है कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि का कर्तव्य बनता है कि पीड़ित परिवार से मिल उनकी सुध ले। सरकार की तरफ से परिवार को आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी मिले यह मांग की। हरिनारायण वर्मा, कंचन सिंह, युगल किशोर त्रिपाठी ने बताया कि वे अपने समाज के लिए खड़े है। विगत दिनों दर्दनाक सड़क हादसे में दस लोगो की अकाल मौत हो गई। परिवालों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका संगठन इस घटना पर दुख प्रकट करता है।





















