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दुमदुमा प्रेरणा भारती, 1 जुन: अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडीज, नामसाई में विश्व पर्यावरण दिवस, 2024 मनाया गया। यह कार्यक्रम आईसीएफआरई – वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट तथा अरुणाचल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडीज, नामसाई के सहयोग से “भूमि पुनर्स्थापन, सूखा संवेदीकरण तथा मरुस्थलीकरण रोकथाम” विषय पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. प्रोसानता हजारिका, सीटीओ, आईसीएफआरई-आरएफआरआई, कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण के साथ हुई, इसी के साथ एयूएस परिसर में वृक्षारोपण की गई। इस अवसर पर अंशुमान पटेल, वैज्ञानिक – बी, आईसीएफआरई-आरएफआरआई, जोरहाट ने सभागार में उपस्थित अध्यापकों एवं छात्रों को मामले की गंभीरता के बारे में जागरूक करने के लिए ‘भूमि संरक्षण और बहाली’ पर एक व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में छात्रों के लिए तात्कालिक भाषण, चित्र काला प्रतियोगिता और पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिता शामिल थी। प्रतिभागियों को ‘कोयला खनन भूमि बहाली के लिए आईसीएफआरई-आरएफआरआई प्रौद्योगिकी’ पर एक वृत्तचित्र भी दिखाया गया
डॉ. डी. जे. दास, वैज्ञानिक-एफ, आईसीएफआरई-आरएफआरआई, जोरहाट, डॉ. नितिन कुलकर्णी, निदेशक, आईसीएफआरई-आरएफआरआई, जोरहाट, प्रोफेसर अजित कुमार के., कुलपति (प्रभारी), एयूएस, ने भी इस पर मंतव्य व्यक्त किया। विजेताओं को पुरस्कार वितरित के बाद धन्यवाद ज्ञापन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय, एयूएस( प्रभारी ) डॉ मोहैजुनेद के अहमद ने किया।