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अभिषेक सिंघा, गोलाघाट, 11 सितंबर:
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता नारायण मूर्ति सहित G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए कम से कम 15 नेताओं की पत्नियों ने इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टिट्यूट (IARI) कैंपस, नई दिल्ली का दौरा किया, जहां भारत के विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर की पत्नी क्योको जयशंकर ने उनका स्वागत किया। एक घंटे की यात्रा के दौरान उन्होंने ‘लाइव मिलेट्स कुकिंग काउंटर’ का भी दौरा किया, जहां सेलिब्रिटी शेफ के नेतृत्व में मिलेट्स-केंद्रित लाइव खाना पकाने का सत्र आयोजित किया गया था और कुछ बेहतरीन भारतीय व्यंजन G20 नेताओं की प्रथम महिलाओं को परोसे। इसके अलावा, प्रमुख भारतीय स्टार्ट-अप्स की कृषि प्रौद्योगिकी का भी प्रदर्शन किया गया था। मेहमानों को भारत की प्रगति, महिला सशक्तिकरण और भारतीय संस्कृति और परंपराओं की झलकियाँ प्रदर्शनी में दिखाई गईं। प्रथम महिलाओं ने भारतीय महिला कृषि-चैंपियंस के साथ बातचीत की। इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण भारत की कृषि विरासत को प्रदर्शित करने वाली ‘एग्री गली’ (कृषि सड़क) थी। इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टिट्यूट के परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में भव्य ‘रंगोली’ बनाकर उनका स्वागत किया गया। इसमें 18 देशों के क्यूरेटेड मिलेट्स और भारत में बढ़ते स्टार्टअप इको सिस्टम और फार्मर प्रोड्यूसर कंपनियाँ (FPCs) को दिखाया गया। प्रथम महिलाओं ने ‘रंगोली क्षेत्र’ का दौरा किया, जिसमें दो विशाल मिलेट्स-आधारित रंगोली थीं।मिलेट्स-आधारित रंगोली के दानों और स्थानीय भारतीय रूपांकनों का उपयोग करके सुंदर कलाकृतियाँ से मिलेट्स रंगोली तैयार की गईं थीं। पहली रंगोली में भारत की गहरी जड़ें जमा चुकी कृषि परंपराओं को उजागर करने वाली “हार्मनी ऑफ़ हार्वेस्ट” की थीम को दर्शाया गया था। दूसरी रंगोली में वैश्विक एकता पर जोर देते हुए भारत के सांस्कृतिक दर्शन – “द वर्ल्ड इज वन फैमिली” को दर्शाया गया।
भारत के ११ मिल्लेट्स उत्पादक राज्यों- मध्य प्रदेश, असम, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, महाराष्ट्र और बिहार के दूर-दराज के गांवों से महिला किसानों ने प्रदर्शनी में भाग लिया। असम राज्य की दो बेटियां मुनम्मी सैकिया गोगोई और मायाश्री बरुआ को नई दिल्ली में ‘G20 ऑफिशियल स्पाउसेस प्रोग्राम’ में असम को प्रतिनिधित्व करने का राज्य कृषि विभाग और विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित असम कृषि व्यवसाय और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना (अपार्ट परियोजना) के असम मिल्लेट्स मिशन के माध्यम से अवसर मिला और प्रतिष्ठित कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गोलाघाट जिले के दा-बाराही गांव, सालिकीहाट की मुनम्मी सैकिया गोगोई ने एक विशेष साक्षात्कार में अभिषेक सिंघा को बताया – “मैंने G20 सदस्य देशों की प्रथम महिलाओं और अतिथियों को मिल्लेट्स-थीम वाले मूल्यवर्धित उत्पादों के बारे में जानकारी दी और दिखाया। वे खुश दिखे और उत्पादों की प्रशंसा की।” मुनम्मी आगे कहती हैं, “मुझे राज्य कृषि विभाग, असम कृषि व्यवसाय और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना (अपार्ट परियोजना) के असम मिल्लेट्स मिशन, गोलाघाट जिला प्रशासन, गोलाघाट जिला कृषि कार्यालय, कृषि विज्ञान केंद्र – खुमताई, असम कृषि विश्वविद्यालय – जोरहाट, असम राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन – गोलाघाट, गोलाघाट एग्रोबेस इंडस्ट्री एसोसिएशन, ऑल एंड सन्ड्री एनजीओ, कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी, अठखेलिया एग्रो फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड और मेरे परिवार के सदस्य की मैं आभारी हूं। मुझे प्रदान किया गया प्रोत्साहन, सलाह, प्रशिक्षण और समर्थन अत्यधिक केंद्रित था जो मुझे मिल्लेट्स की खेती, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन के संबंध में मेरे ज्ञान को बढ़ाने में मदद की।” मायाश्री बरुआ जो गुवाहाटी से हैं, ने बताया -“हमारे पास ‘यूएस एंटरप्राइज’ नामक एक स्टार्ट-अप हैं। हम ऐसे उत्पाद बनाने में विशेषज्ञ हैं जो रसायनों और परिरक्षकों से मुक्त हैं। इसके अतिरिक्त, हम घोस्ट पीपर जैसे अनूठे स्वाद के साथ ‘झालमुरी’ जैसे स्वादिष्ट स्नैक्स बनाएं। हम नए और अभिनव उत्पाद बनाने के लिए अपने स्नैक्स में मोरिंगा पाउडर जैसी पारंपरिक जड़ी-बूटियों को भी शामिल करते हैं। वह आगे कहती हैं, “हमारी कंपनी सितंबर २०२० में लॉन्च हुई थी और मुख्य रूप से स्नैक्स पर केंद्रित थी। हमने ‘शोभाग्यो’ ब्रांड नाम के तहत मिल्लेट्स नमकीन पेश किया। वर्तमान में, शोभाग्यो के 20% स्नैकेबल उत्पाद मिल्लेट्स-आधारित हैं। मैं कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, कृषि विभाग,असम सरकार, असम कृषि व्यवसाय और ग्रामीण परिवर्तन परियोजना के असम मिल्लेट्स मिशन और क्षयमाता कार्यक्रम, अरुणाचल प्रदेश के बागवानी एवं वानिकी महाविद्यालय, हब, जोरहाट और मेरे परिवार के सदस्यों के भरोसे और कभी न ख़त्म होने वाले समर्थन के लिए सदैव आभारी रहूंगी”। मुनम्मी सैकिया गोगोई और मायाश्री बरुआ की जोड़ी ने राज्य के उभरते कृषि उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और विचारपूर्वक समर्थन देने के लिए हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली सरकार, कृषि मंत्री अतुल बोरा के प्रति आभार व्यक्त किया। असम की दोनों अग्रणी और होनहार कृषिउद्यमी बेतिया अपने व्यवसाय को अगले स्तर तक बढ़ाने के लिए आने वाले दिनों में हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली सरकार से और अधिक सहायता और समर्थन की आशा रखती हैं।