अहमदाबाद. गुजरात में पिछले 5 दिनों से जोरदार बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के कई जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में भी अच्छी बारिश के चलते सरदार सरोवर डैम 50 फीसदी से ज्यादा भर गया है. अब तक राज्य के 5 डैम 90 फीसदी तक भर चुके हैं. जबकि, जामनगर और सुरेंद्रनगर के डैम ओवरफ्लो हो चुके हैं.
समाप्त हुए पिछले 24 घंटों में राज्य के 178 तालुकाओं में बारिश हुई. जिसमें सबसे ज्यादा बारिश लाखनी में 270 मिमी, मेहसाणा में 98 मिमी, बेचराजी में 96 मिमी, चिखली में 94 मिमी, दतिवाड़ा में 92 मिमी, वाव में 79 मिमी, सुइगाम में 77 मिमी और मोडासा में 72 मिमी दर्ज की गई है.
खेती के लिए अच्छी बारिश हो रही
मंगलवार से उत्तर गुजरात के बनासकांठा में भी तेज बारिश हो रही है. बनासकांठा के लाखणी में 11 इंच बारिश होने से बाढ़ के हालात बन गए हैं. बुधवार को भी बनासकांठा और छोटा उदेपुर में तेज बारिश होने का अनुमान है. सौराष्ट्र, कच्छ से लेकर मध्य, दक्षिण और उत्तर गुजरात तक ज्यादातर इलाकों में खेती के लिए अच्छी बारिश हो रही है. लेकिन दाहोद जिले को अब भी अच्छी बारिश का इंतजार है. मानसून आने के बाद से अब तक जिले में बुआई लायक भी बारिश नहीं हुई है.
तापी नदी का जलस्तर बढ़ा
सूरत समेत दक्षिण गुजरात में झमाझम बारिश का दौर जारी है. शहर में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. सोमवार को 5 इंच से अधिक बारिश हुई, जबकि मंगलवार सुबह 6 से शाम 6 बजे तक सवा इंच बारिश हुई. पिछले 36 घंटे में 7 इंच बारिश हो चुकी है. सबसे अधिक बारिश वराछा ए और उधना-ए जोन में हुई. इतनी बारिश से जन-जीवन जहां अस्त व्यस्त हो गया है, वहीं तापी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जिले में पलसाना और कामरेज तहसील में हुई तेज बारिश का पानी शहर की खाडिय़ों में आने से इनका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. भेदवाड खाड़ी खतरे के निशान से 0.65 मीटर और सीमाड़ा खाड़ी डेढ़ मीटर दूर है.
बालेश्वर गांव तालाब में हुआ तब्दील
पोरबंदर समेत राज्यभर में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. घेड़ क्षेत्र में भादर और ओजत नदियों के उफान पर आने से कई गांवों में बाढ़ आ गई है और एक-दूसरे गांवों को जोडऩे वाली सड़कें बंद हो गई हैं. वहीं, भारी बारिश से पलसाणा का बालेश्वर गांव तालाब में तब्दील हो गया है. यहां के 40 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित जगह शिफ्ट किया गया है.