विशाखापट्टनम: जोश इंग्लिस (50 गेंद में आठ छक्कों और 11 चौकों से 110 रन) के करियर के पहले शतक पर सूर्यकुमार यादव (42 गेंदों में 80 रन) की कप्तानी पारी भारी पड़ गई। आखिरी बॉल पर रिंकू सिंह का कमाल देखने को मिला। इस तरह भारत ने 209 रन के पहाड़ सा लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पहले टी-20 में दो विकेट से हराया। ये टी-20 में भारतीय टीम का सबसे बड़ा रन चेज भी है। ये जीत वर्ल्ड कप फाइनल में चार दिन पहले मिली करारी हार के जख्मों पर मरहम का काम करेगी। आखिरी ओवर में लगातर तीन विकेट गिरने के बाद अंतिम बॉल पर भारत को जीत के लिए एक रन की जरूरत थी। रिंकू सिंह (14 गेंद में 22 रन) ने छक्का जमाया, लेकिन नो-बॉल होने के कारण उनके ये रन काउंट नहीं किए गए। ईशान किशन की 39 गेंद में 58 रन की पारी के बिना ये जीत असंभव ही थी। अब पांच मैच की सीरीज का अगला मैच 26 नवंबर को तिरुवनंतपुरम में खेला जाएगा।
लक्ष्य | VS | साल |
209 | AUS | 2023 |
208 | WI | 2019 |
207 | SL | 2009 |
आखिरी ओवर मेंं गिरे लगातार तीन विकेट
भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए सिर्फ सात रन की जरूरत थी। हाथ में पांच विकेट थे। क्रीज पर सेट रिंकू सिंह ने पहली ही बॉल पर चौका मारकर ऑस्ट्रेलिया को मैच से पूरी तरह बाहर कर दिया था। मगर अभी कहानी में ट्विस्ट आना बाकी था। दूसरी बॉल रिंकू के पैर में लगी और सिंगल लेते हुए स्ट्राइक अक्षर पटेल के पास आ गई। अक्षर बड़ा शॉट मारने के चक्कर में गेंदबाज शॉन अबॉट को ही अपना कैच थमा बैठे। अगली बॉल पर नए बल्लेबाज रवि बिश्नोई रन आउट हो गए। अब दो गेंद में दो रन की जरूरत थी। अच्छी बात ये थी कि रिंकू स्ट्राइक पर लौट चुके थे। पांचवीं बॉल पर डबल लेने के चक्कर में नए बल्लेबाज अर्शदीप रन आउट हो गए। यानी भारत ने लगातार तीन गेंदों में तीन विकेट गंवा चुके थे और आखिरी गेंद पर एक रन की दरकार थी। सारी नजरें रिंकू सिंह पर टिकीं थीं। शॉन एबॉट ने मिडिल स्टंप के आसपास के स्लॉट में सही गेंदबाजी की और रिंकू ने लॉन्ग ऑन पर छक्का मारा। वह पहले भी इस तरह फिनिश कर चुके थे। पूरा स्टेडियम रिंकू-रिंकू के शोर से गूंज रहा था। भारत मैच जीच चुका था तभी पता लगा कि ये नो बॉल थी। इस तरह भारत एक्स्ट्रा रन से ही मैच जीत गया और वो छक्का रिंकू सिंह के खाते में एड नहीं हुआ।
जोस इंग्लिस का तूफानी शतक बेकार
इससे पहले भारतीय के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को बल्लेबाजी की अनुकूल पिच पर अधिक परेशानी नहीं हुई। ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर बल्लेबाज इंग्लिस ने सिर्फ 47 गेंद में शतक बनाया जो इस फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया की ओर से संयुक्त रूप से सबसे तेज शतक है। स्टीव स्मिथ ने 41 गेंद में 52 रन बनाए। भारत की ओर से प्रसिद्ध कृष्णा (50 रन पर एक विकेट) और रवि बिश्नोई (54 रन पर एक विकेट) ने एक-एक विकेट चटकाया, लेकिन दोनों काफी महंगे साबित हुए। तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने चार ओवर में सिर्फ 29 रन दिए। 20वें ओवर में तो उन्होंने टीम डेविड और मार्कस स्टोइनिस के पैर बांधते हुए सिर्फ पांच ही रन दिए।