भोपाल. मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां राम मंदिर में तीन मुस्लिम भाई अचानक आकर नमाज पढऩे लगे. घटना सलसलाई थाना क्षेत्र के किलोदा गांव में स्थित राम मंदिर की है. मंदिर के पुजारी ने सलसलाई थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई और आरोप लगाते हुए कहा कि मुस्लिम समाज के तीनों भाई जबरदस्ती मंदिर में घुस आए और नमाज पढऩे लगे.
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि तीनों मंदिर के पास स्थित बैंक में किसी काम से आए थे. वह बैंक से निकले तो नमाज का समय हो गया था जिसकी वजह से उन्होंने वहीं नमाज अदा की. उन पर आरोप है कि मंदिर के पुजारी ने उन्हें रोका, लेकिन वे नहीं माने. लोगों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद सलसलाई थाना पुलिस ने पुजारी की शिकायत पर तीनों भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. तीनों भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था और मुचल्का पर तीनों रिहा किया गया है. पुलिस का कहना है कि मामला सात साल से कम की सजा का है. इसीलिए जिस दिन चालान पेश होगा उस दिन तीनों को कोर्ट में पेश होना पड़ेगा. जमानत या ट्रायल का फैसला कोर्ट में ही होगा.
शाजापुर के गुलाना अंतर्गत राम मंदिर परिसर में मुश्लिम समाज के तीन भाइयों ने नमाज पढ़ी है. पुजारी ओमप्रकाश शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि शनिवार शाम गांव के 70 साल के बाबू खां, 65 साल के रुस्तम खां और 85 साल के अकबर खां आए. तीनों भाइयों ने मंदिर के दरवाजे पर रखे मटके के पानी से हाथ-पैर धोए और परिसर में बैठकर नमाज पढऩे लगे. मंदिर के पुजारी ने उन्हें रोका लेकिन वे नहीं माने. लोगों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद पुलिस ने पुजारी की शिकायत पर तीनों भाइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
मामला सलसलाई थाना क्षेत्र के किलोदा गांव का है. थाना प्रभारी रावत का कहना है कि यूनियन बैंक की किलोदा शाखा मंदिर के बाजू में है. ये तीनों जब बैंक से निकले तो नमाज का समय हो गया था. ऐसे में उन्होंने परिसर में ही नमाज पढ़ी. तीनों भाई यहां करीब 20 मिनट तक रुके. पुजारी और लोगों के विरोध के बाद वहां से चले गए. थाना प्रभारी जनक सिंह रावत ने कहा कि किलोदा के श्री राम मंदिर के पुजारी सहित अन्य ग्रामीणों ने धार्मिक भावनाएं आहत होने की शिकायत की थी. इस पर तीनों भाइयों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. तीनों को थाने बुलाया गया था. यहां उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली है. फिलहाल, तीनों भाइयों को थाने से नोटिस देकर छोड़ दिया गया है.