नई दिल्ली (NEET UG Paper Leak). एनटीए नीट यूजी परीक्षा चर्चा में है. इस पर चल रहा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. नीट यूजी परीक्षा 5 मई को हुई थी और तब से ही लगातार इसके बारे में नए खुलासे हो रहे हैं. कई परीक्षा केंद्रों से नीट यूजी पेपर लीक होने की खबरें सामने आई थीं. लेकिन एनटीए ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया था. फिर कई स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट का रुख करते हुए एनटीए के खिलाफ याचिका दायर की थी.
नीट यूजी पेपर लीक मामले पर सुप्रीम कोर्ट में कई बार सुनवाई हो चुकी है (Supreme Court on NEET UG Paper Leak). अब अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी. इसी बीच आईआईटी मद्रास की तरफ से नीट यूजी पेपर लीक पर एक रिपोर्ट जमा की गई है. इस रिपोर्ट में नीट यूजी पेपर लीक का दायरा सीमित होने और ज्यादा परीक्षार्थियों पर इसका इंपैक्ट न पड़ने के आंकड़े सौंपे गए हैं. सीबीआई सूत्रों की मानें तो NEET-UG 2024 पेपर लीक होने की घटना एक सुनियोजित गिरोह का काम नहीं है.
NEET UG 2024: रिपोर्ट में है हर बात का जिक्र
सीबीआई ने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में कथित अनियमितताओं की जांच करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट सौंपी है. इसमें बताया गया है कि नीट यूजी पेपर लीक का दायरा व्यापक नहीं था. एनबीटी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि क्या हुआ, कब हुआ, पेपर कितने समय तक बाहर रहा और किन लोगों को फायदा हुआ. इस तरह की हर जानकारी सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी गई है. साथ ही सुनवाई में बताया जाएगा कि पेपर लीक से किसे फायदा मिला.
NEET UG Paper Leak: नीट यूजी पेपर लीक किसने किया?
सीबीआई और आईआईटी मद्रास की रिपोर्ट के अनुसार, नीट यूजी पेपर लीक का काम किसी संगठित गिरोह का नहीं है. NEET-UG 2024 से जुड़ी याचिकाओं पर 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. बता दें कि इन याचिकाओं में NEET-UG के आयोजन में कथित अनियमितताओं और धांधली की जांच करने, परीक्षा रद्द करने और नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग की गई है. एनटीए ने विभिन्न कोर्ट में दर्ज याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट ट्रांसफर करने की मांग रखी है.