पेरिस. खिलाड़ियों, फ्रांस के समर्थकों और राजनीतिज्ञों ने यूरोपीय देशों से फलस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया है। कइयों ने ओलंपिक में इस्राइली खिलाड़ियों के खेलने पर नाराजगी जताई है जिन्होंने इस्राइल पर युद्धापराध और मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप लगाए हैं। सउदी अरब में जन्मे 24 वर्ष के फलस्तीनी तैराक याजान अल बवाब ने कहा, ‘फ्रांस फलस्तीन को एक राष्ट्र नहीं मानता इसलिये मैं यहां फलस्तीन का झंडा लहराने आया हूं। हमारे साथ इंसान की तरह बर्ताव नहीं होता इसलिए हम यहां खेलने आए हैं ताकि लोग हमें बराबरी का समझे।’
खेल महाकुंभ ओलिंपिक गेम्स की शुरुआत आज से होने जा रही है। चार साल में एक बार होने वाले गेम्स इस बार फ्रांस की राजधानी पेरिस में होंगे। पेरिस ओलिंपिक में 32 खेलों के 329 स्वर्ण पदक दांव पर लगे हैं। इस बार 206 एसोसिएशन और देशों के 10,500 एथलीट्स हिस्सा ले रहे हैं। भारत के 117 खिलाड़ी 16 खेलों में पदक के लिए दांव लगाते दिखेंगे। पेरिस की सीन नदी पर ओपनिंग सेरेमनी होगी। इसमें सभी देश और एथलीट्स हिस्सा लेंगे।
129 साल के ओलिंपिक इतिहास में ओपनिंग सेरेमनी पहली बार स्टेडियम के अंदर नहीं, बाहर होगी। परेड छह किमी. लंबी होगी। सेरेमनी में 120 से ज्यादा देशों के नेता और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल होंगे। फ्रांस ने 2024 ओलिंपिक का स्लोगन ‘गेम्स वाइड ओपन’ रखा है। 27 जुलाई से मेडल इवेंट शुरू हो जाएंगे। पेरिस ओलिंपिक में ब्रेकडांस इवेंट का डेब्यू होगा, यह इस बार के गेम्स में शामिल इकलौता नया खेल है।