नई दिल्ली. भारतीय टेबल टेनिस टीम इन दिनों जर्मनी के सारब्रकेन में पेरिस ओलंपिक की तैयारी कर रही है. दिलचस्प बात यह है कि भारतीय टेबल टेनिस टीम में खिलाड़ियों से ज्यादा संख्या सपोर्ट स्टाफ की है. ओलंपिक गेम्स 26 जुलाई से शुरू होंगे. भारत ने टेबल टेनिस में ओलंपिक मेडल कभी भी नहीं जीता है. अचंत शरथ कमल से इस बार मेडल की उम्मीद रहेगी. शरथ कमल भारत के ध्वज वाहक होंगे.
भारतीय टेबल टेनिस टीम के मुख्य कोच इटली के मास्सिमो कोंस्टेंटिनी हैं. टीम में उनके साथ राष्ट्रीय कोच के तौर पर पूर्व खिलाड़ी सौरव चक्रवर्ती हैं. इसके अलावा सरकार ने टीम के साथ जाने के लिए चार निजी कोच को मंजूरी दी है. चूंकि महिला टीम की तीनों सदस्य निजी कोच ले जाना चाहती हैं.
नौ सदस्यीय सहयोगी स्टाफ में दो मालिशिये और एक फिजियो भी हैं. जबकि टीम में कुल छह खिलाड़ी (तीन महिला और तीन पुरुष) हैं. स्टार खिलाड़ी मनिका बत्रा, श्रीजा अकुला और अर्चना कामथ अपने निजी कोच लेकर जाएंगी. तीन सदस्यीय पुरुष टीम में अचंत शरत कमल के साथ उनके कोच क्रिस पेइफेर होंगे. हरमीत देसाई ओर मानव ठक्कर भी टीम में हैं.
कोंस्टेंटिनी ने सारब्रकेन से कहा, ‘निजी कोच टीम मैकेनिज्म का हिस्सा हैं. उनके अपने सुझाव होंगे और मेरे अपने. मैं उनकी सुनूंगा और वे मेरी लेकिन अंतिम फैसला मेरा होगा. मुझे इसमें कोई खामी नजर नहीं आती.’ बता दें कि निजी कोचों को प्रतिस्पर्धा स्थल पर जाने की अनुमति नहीं होगी और न ही वे खेलगांव में रह सकेंगे.