कन्याकुमारी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कन्याकुमारी पहुंच गए, वे यहां पर विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे के लंबे ध्यान करेगें. पीएम मोदी ने सबसे पहले भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की. अब वे विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे यहां पर उनका दो दिनों तक ध्यान करने का कार्यक्रम है. 1 जून को अपने प्रस्थान से पहले स्मारक के बगल में तिरुवल्लुवर प्रतिमा का दौरा करने की संभावना है. स्मारक और मूर्ति दोनों छोटे-छोटे टापुओं पर बनाए गए थे जो समुद्र में अलग-अलग टीले जैसी चट्टानी संरचनाएँ हैं.
हिंदू संत के नाम पर प्रसिद्ध मध्य समुद्र स्मारक पर मोदी के 45 घंटे के प्रवास के लिए भारी सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाएं की गई हैं. भाजपा नेताओं ने कहा था कि मोदी आज लोकसभा चुनाव प्रचार के समापन के बाद स्वामी विवेकानन्द को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाए गए रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाएंगे. पीएम ने 2019 के चुनाव अभियान के बाद केदारनाथ गुफा में इसी तरह का अभ्यास किया था. मोदी 1 जून की शाम तक ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे. वह स्थान जहां पर मोदी द्वारा प्रशंसित आध्यात्मिक प्रतीक विवेकानंद को भारत माता के बारे में दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई थी. मोदी की यात्रा से पहले सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उनके प्रवास के दौरान 2000 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे. यहां तक कि भारतीय तटरक्षक बल व भारतीय नौसेना भी कड़ी निगरानी रखेंगे. मोदी का विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में ध्यान करने का निर्णय महत्वपूर्ण है. प्रसिद्ध भारतीय दार्शनिक के नाम पर स्थित ऐसा माना जाता है कि 1892 में स्वामी विवेकानन्द ध्यान करने के लिए तैरकर इस चट्टानी टापू पर आये थे. उनके अनुयायियों का मानना है कि इन तीन दिनों के ध्यान के बाद ही विवेकानन्द को ज्ञान प्राप्त हुआ था. कन्याकुमारी भारत के सबसे दक्षिणी सिरे पर स्थित है. जहां देश की पूर्वी और पश्चिमी तट रेखाएं मिलती हैं. यह वह बिंदु है जहां हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर मिलते हैं.