शिलचर, 30 अप्रैल: आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों को सुदृढ़ करने और अस्पताल में अग्नि सुरक्षा मानकों को परखने के उद्देश्य से मंगलवार को सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SMCH) के नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में एक व्यापक अग्नि मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास राज्य अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग, शिलचर के सक्रिय सहयोग से संपन्न हुआ, जिसमें एसएमसीएच के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह मॉक ड्रिल केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MOHFW) के निर्देश पर देशभर में स्वास्थ्य संस्थानों में अग्नि सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत आयोजित की गई थी। अभ्यास के दौरान अस्पताल कर्मियों को वास्तविक समय की स्थिति में अग्निकांड की प्रतिक्रिया, मरीजों की सुरक्षित निकासी, तथा विभागीय समन्वय की तैयारियों को परखा गया।
इस अवसर पर एसएमसीएच के प्राचार्य और मॉक ड्रिल कार्यक्रम के नियंत्रक अधिकारी डॉ. भास्कर गुप्ता ने सभी प्रतिभागियों और विभागों की संयुक्त भागीदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि “मरीजों, विशेष रूप से नवजातों की सुरक्षा सर्वोपरि है और अस्पताल की आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता किसी भी तरह से समझौते योग्य नहीं है।”
डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि इस तरह की मॉक ड्रिल से न केवल अस्पताल कर्मियों में आत्मविश्वास आता है, बल्कि वास्तविक संकट की स्थिति में सुचारु समन्वय सुनिश्चित होता है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि NICU जैसे अति संवेदनशील क्षेत्रों में हमेशा एक ठोस आपात योजना तैयार रहनी चाहिए।
“ऐसे अभ्यासों से हमें न केवल अपनी तैयारियों की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करने का मौका मिलता है, बल्कि सुधार के संभावित क्षेत्रों की पहचान भी होती है,” उन्होंने कहा।
डॉ. गुप्ता ने राज्य अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के अधिकारियों को इस अभ्यास को सफल बनाने में उनके सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया।
अभियान को चिकित्सा समुदाय की ओर से भरपूर सराहना मिली और यह एसएमसीएच की मरीज सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के प्रति प्रतिबद्धता का एक सशक्त उदाहरण बना।
यह जानकारी क्षेत्रीय जनसंपर्क कार्यालय, बराक घाटी क्षेत्र, सिलचर, असम द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।





















