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कोविद टीकाकरण कार्यक्रम को गति देने के लिए, कछार जिला प्रशासन ने बिना टीकाकरण वाले व्यक्तियों का पता लगाने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना शुरू कर दिया है। बीएलओ और आशा न केवल जानकारी एकत्र करने के लिए बल्कि बिना टीकाकरण वाले व्यक्तियों को खुराक प्राप्त करने की सुविधा के लिए प्रत्येक घर में जाएंगे।
डीसी की अध्यक्षता में कल डीआरडीए सम्मेलन हॉल, सिलचर में एक बैठक आयोजित की गई थी। कीर्ति जल्ली, आईएएस, उपायुक्त, कछार एवं श्री. एल्ड फेयरम, सीईओ, जिला परिषद और श्री. कमल बरुआ, एडीसी स्वास्थ्य विभाग और चुनाव विभाग के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
उपायुक्त, श्रीमती। कीर्ति जल्ली बताती हैं, “कुछ लोग ऐसे भी हो सकते हैं जो किन्हीं कारणों से टीकाकरण केंद्रों तक नहीं पहुंच सके। हमें उनके मुद्दों को सुलझाना होगा और उनकी सुविधा के अनुसार टीकाकरण की व्यवस्था करनी होगी।” जनता का समर्थन मांगते हुए, वह बताती हैं, “यदि कोई एकल व्यक्ति को छोड़ दिया जाता है, वह न केवल अपने परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए भी खतरा होगा” डॉ आशुतोष बर्मन, संयुक्त। स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक, जो एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, यह भी बताते हैं कि “कई दौर के शोध के बाद यह गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में भी सुरक्षित पाया गया है। इसलिए, सभी गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को खुराक लेने के लिए आगे आना चाहिए।”