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दुमदुमा में इन दिनों एसिड घटना पर आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है, दुमदुमा अंचल में चर्चा बिषय बनी हुई है। एक और सामाजिक संस्था के एक पद पर आसीन महिला द्वारा पीङिता के घटना को एसिड फेंके जाने की बात बोलकर विगत दिन प्रेस मीट कर सनसनी फैला दी है। वहीं आरोपी ने इस घटना को सिरे से खारिज करते हुए महिला समिति पर ही कई सवालिया निशान उठाकर मामले में गर्माहट ला दिया है । दुमदुमा प्रेस क्लब में आयोजित संवाद मेल में मेन रोड के निवासी संजय जयसवाल उर्फ बाबू जायसवाल ने पत्रकारों के समक्ष बताया कि गत 12 अगस्त को सरिता कुमारी (काल्पनिक नाम) से विगत कुछ दिन चले खटास के संदर्भ में बातचीत करने लड़की के ममेरा भाई के कहने पर अपनी पत्नी के साथ सरिता के पास पहुंचा। घर पर सरिता कुमारी और संजय जयसवाल की पत्नी के बीच कहासुनी हुई और हाथापाई भी हुई। इस संदर्भ में सरिता कुमारी ने दूसरे दिन गत 13 अगस्त को दुमदुमा थाना में केस दर्ज कराया कि संजय जयसवाल ने मेरे साथ मारपीट की ।घटना में इस संदर्भ में केस न 290/2021 के अन्तर्गत भारतीय दंड संगीता 448 / 358/325/ 506 के तहत मामला दर्ज किया ।दर्ज केस के दूसरे दिन गत 14 अगस्त को संजय जायसवाल एवं सरिता कुमारी के बीच हूई सुलहनामे के बाद नोटारी के जरिये सरिता कुमारी ने दर्ज केस हटा देने की थाना में गुजारिश की ।इस घटना के दस पंद्रह दिन बाद गुजर जाने के बाद दुमदुमा के एक महिला समिति ने इस केस में नया मोड़ देकर सनसनी फैला दी कि सरिता के साथ मारपीट ही नहीं बल्कि उसके ऊपर तेजाब फेंका गया था तथा संजय जयसवाल और उसकी पत्नी को उसके इलाज के लिए पचास हजार की मांग की । बात यहीं खत्म नहीं हुई महिला समिति ने सोशल मीडिया में सरिता गुप्ता के साथ हुई कथित अत्याचार( एसिड फेंकने) पर पत्रकार एवं संगठनों को नीरव भूमिका लेने का आरोप लगाया। हालांकि दुमदुमा के कई पत्रकारों ने इस मामले की खोजबीन पर झगड़ा के सिवा कुछ नहीं मिला ।
इस बात को सरिता के ममेरे भाई ने भी पुष्टि की।भाई ने कहा कि संजय जयसवाल को सोची समझी रणनीति तहत फसाया जा रहा है ।
इस बात को संजय जयसवाल ने भी दोहराते हुए महिला समिति के सभानेत्री पर एक तरफा फैसला सुनाने तथा उत्पीड़न के मामले में दुमदुमा थाना में केस दर्ज किया है । आने वाले समय में नये नये खुलासे होने के आसार लग रही है ।