असम सरकार के सहयोग से नृत्य कला मंदिर शिलचर द्वारा 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर विभिन्न वक्ताओं ने भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें संविधान निर्माता और प्रेरणा दायक व्यक्तित्व बताया। भीमराव अंबेडकर ने कभी हार नहीं मानी और पूरा जीवन संघर्ष किया।
वेद मंत्र उच्चारण से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मंचासीन अतिथियों का उत्तरीय, फूल और चंदन से स्वागत किया गया। कार्यक्रम के आयोजक किरण राश ने आगंतुकों का स्वागत किया अंबेडकर जी के चित्र पर मंचासीन अतिथियों और उपस्थित सभी ने पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि प्रदान की। अंबेडकर जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया। मंचासीन अतिथियों में विशिष्ट शिक्षाविद प्रोफेसर वारिंद्र सिन्हा, वरिष्ठ पत्रकार दिलीप कुमार, अशोक देव, शिप्रा पुरकायस्थ, मीरा देव, अनीमा सिन्हा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में गणेश वंदना पर नृत्य प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम में देशभक्ति गीत- संगीत, धामाइल, झूमर नृत्य हूजा नृत्य और बिहू नृत्य आदि प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर चित्रांकन प्रतियोगिता में शिल्पी ग्वाला, पूनम ग्वाला, पीयाली दास और शुभश्री दास। नृत्य में भाग लेने वालों में तन्मय देव, आकृति देव, मयूरी देव, सुप्रिती गोस्वामी, प्रियांशी पाल, अनवेषा दास, अनामिका चौधरी, दीपा भक्ति, रंता तांती, अस्मिता दास आदि शामिल थे। राष्ट्रगीत से कार्यक्रम का समापन हुआ।