49 Views
शिलचर के दक्षिण कृष्णपुर में आज 5 सितंबर रविवार को सुबह 8:00 बजे संस्कृत भारती का सरला योजना केंद्र का उद्घाटन किया गया। सुबह 8:00 बजे स्थानीय राम हरेश ग्वाला के आवास गृह पर प्रदीप प्रज्वलन और वैदिक उच्चरण मंत्र के माध्यम से कार्यक्रम का शुरुआत हुआ । कार्यक्रम की शुरूआत में सबसे पहले डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन को स्मरण करते हुए शिक्षक दिवस मनाया गया, जहां उपस्थित छात्र छात्राओं ने गुरु प्रणाम मंत्र उच्चारण के साथ शिक्षकों को अभिवादन किया । इस दिन के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे शिलचर एन.आई.टी से कंप्यूटर साइंस के अध्यापक डॉ विश्वजीत पुरकायस्थ उन्होंने अपने भाषण रखते हुए संस्कृत भाषा की उपयोगिता और व्यवहार संस्कार के बारे में बताया । उन्होंने और कहा की संस्कृत सीखने से हमारे समाज में वृद्धाश्रम की जरूरत नहीं होगी । इसके अलावा कार्यक्रम में उपस्थित 6AP के अवसर प्राप्त अधिकारी राम हरेश ग्वाला ने कहा की हमारे समाज व्यवस्था को शुद्ध करने के लिए संस्कृत सीखना बहुत जरूरी है। उन्होंने संस्कृत भारती को यहां पर केंद्र आरंभ करने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही इस दिन के कार्यक्रम में उपस्थित थें केंद्र की शिक्षिका शांति ग्वाला, संस्कृत भारती के कार्यकर्ता डा. तपन सील और चन्द्र कुमार ग्वाला । कार्यक्रम का संचालन किए बुद्धदेव पुरकायस्थ । अंतिम में कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। उल्लेखनीय है कि संस्कृत भारती के सरला केंद्र योजना के अनुसार 4 वर्षीय कोर्स उपलब्ध है जिसमें पांचवी कक्षा से नवी कक्षा तक बच्चों को सरला, सुगमा, सरसा और शुखदा पुस्तक के माध्यम से निशुल्क कक्षा कराया जाता है।