अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए आज से पूरे देश भर में विश्व हिंदू परिषद द्वारा निधि समर्पण अभियान प्रारंभ किया गया। समर्पण अभियान में मणिपुर प्रवास पर गए विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री दिनेश तिवारी को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. विरेन सिंह, मंत्रीगण एच ओक्रम, टीएच सत्यव्रत सिंह ओ लुखोई सिंह तथा विधायक एन इंद्रजीत सिंह ने संक्रांति के पुण्य अवसर पर मंदिर निर्माण के लिए अपनी सहयोग राशि भेंट की। इस अवसर पर उनके साथ श्रीराम मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति मणिपुर के प्रांत सभापति स्वामी गोपाल कृष्णानंद जी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख अशोकन जी उपस्थित थे।
क्षेत्र संगठन मंत्री दिनेश तिवारी ने कहा कि श्रीरामजन्म भूमि के लिए अब तक 76 संग्राम हुए, जिसमें लाखों हिंदुओं ने बलिदान किया। उनका सपना साकार होने जा रहा है। इसके लिए लंबा आंदोलन चलाया गया, समाज की शक्ति से आंदोलन सफल हुआ। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। यह ऐतिहासिक काम है, मान-सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है। दान भारतीय समाज की पुरातन विशेषता रही है, इसे सामाजिक कर्तव्य भी माना गया है। संगठन ने विचार किया कि पूरे समाज के सहयोग से मंदिर का निर्माण किया जाएगा। इसलिए आज से शुरू करके अगले 30 जनवरी 2021तक पूरे देश भर में निधि समर्पण अभियान चलाया जाएगा। इसमें ज्यादा से ज्यादा सहयोग करके और आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करना है कि वह भी इस मंदिर निर्माण को याद रखें। श्री राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति के कार्यकर्ता देश के चार लाख गांवों में, घर-घर जाएंगे।
ऐसा भव्य मंदिर बनेगा जो 1500- 2000 वर्षों तक सुरक्षित खड़ा रहेगा। 2.7 एकड़ क्षेत्रफल में, 57400 वर्ग फुट निर्माण कार्य होगा। 360 फुट लंबा, 235 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचाई वाला भव्य मंदिर निर्माण होने जा रहा है। तीन मंजिला मंदिर में कुल 5 मंडप होंगे, 1 मंजिल की ऊंचाई 20 फुट आएगी। 5 अगस्त 2020 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन राव भागवत जी की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन करके मंदिर निर्माण का शुभारंभ कर दिया। इस शुभ मुहूर्त में 3000 से अधिक नदियों का जल और तीर्थों की मिट्टी लाकर पूरे देश के विभिन्न जाति, जनजाति और बलिदानी कारसेवकों को आध्यात्मिक रूप से भूमि पूजन में उपस्थित कर दिया था।