30 साल पुराने विद्यालय का नहीं हो रहा प्रादेशिकीकरण

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30 साल पुराने विद्यालय का नहीं हो रहा प्रादेशिकीकरण
हाइलाकान्दी जिला के सिंगला चाय बागान मे स्थित अयोध्या राई मेमोरियल हाई स्कुल पिछले 30 वर्ष से बिद्यालय नियमित चल रहा है।
बिद्यालय के विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के साथ साथ स्थानीय गणमान्य ब्यक्ति गण और अविभावकोंके उपस्थिति मे विद्यालय के मैनेजिंग कमेटी के सभापति और प्रतिष्ठाता रुप नारायण राय ने प्रेरणा भारती के प्रतिनिधि को बिद्यालय के बिषय मे ‌बिस्तार से बताते हुये कहा कि अयोध्या राई मेमोरियल हाई स्कुल सन 1990  मे स्थापित किया गया था। सन 1990 के साम्प्रदायिक दंगा के बाद स्थानीय चाय बागानों के बच्चे दूरबर्ती विद्यालयों में जा नहीं पा रहे थे, इसलिए चाय बागान के लोग अपने बच्चों के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बिद्यालय का स्थापना किया, तब से लेकर आज तक सुचारू रुप से बिद्यालय चल रहा है। चाय बागान के गरीब श्रमिक समाज अपने बच्चों के उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए खुद प्रयास करते आ रहे हैं।
अष्टम श्रेणी स्वीकृति के बाद 2006 में नवम श्रैणी का परमिशन एवं 2009 में दशम श्रेणी का स्वकृति प्राप्त बिद्यालय प्रादेशिकी करण के लिए सरकार के समक्ष पहुंचा है। अब असम सरकार के बिचाराधीन है।
बिद्यालय के प्रादेशिकी करण करने के लिए
मैनेजिंग कमेटी के सभापति तथा उपस्थित अबिभावकगण ने असम सरकार से बिनम्र प्रार्थना किया हैं। उपस्थित समाज सेवी प्रमोद केवट, राजु केवट, दिलीप बरई, रामेन्द्र तांती प्रमुख ब्यक्तिगणों ने भी माननीय मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से बिद्यालय के प्रादेशीकरण करने के लिए अनुरोध किया है। अभिभावकों का कहना है कि इस चाय बागान क्षेत्र में यही विद्यालय एकमात्र सहारा है। अगर यह विद्यालय बंद हो गया तो बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए रास्ता भी बंद हो जाएगा। अगर सरकार इस विद्यालय का प्रादेशिकीकरण करती है तो चाय बागान क्षेत्र के विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल होगा। ‌
चाय श्रमिकों के बच्चों के प्रति सहानुभूति पुर्ण बिचार करते हुए बिशेष रुप से बिचारपुर्बक बिद्यालय का प्रादेशिकी करन करने कि कृपा करें।

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