दुमदुमा 5 मार्च : तिनसुकिया जिले के अधिकांश अंचलों में होली को लेकर मनाने को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। कईयों को मानना है कि 6 तारीख सोमवार को होलीका दहन कार्यक्रम के दूसरे दिन 7 तारीख मंगलवार को होली खेलने का कार्यक्रम है किंतु कईयों ने समय के हेरफेर के कारण होली खेलने का कार्यक्रम शुभ मुहूर्त सात के बजाय 8 मार्च को बताया है।
जानकार पंडित से इस विषय पर जानकारी दिए जाने पर बताया कि पूर्णिमा के दिन होलिका दहन की जाती है और पूर्णिमा के दूसरे दिन अर्थात चैत माह के एकम् को होली खेलने का परंपरा बना हुआ है । काशीनाथ विश्वनाथ ऋषिकेष पंचांग खंगालते हुए जानकर विद्वान ने बताया कि 6 तारीख शाम 3:56 से 7 तारीख शाम 5:39 तक पूर्णिमा का समय है। इस वजह से होलिका दहन का कार्यक्रम 6 तारीख देर रात अर्थात सात मार्च की तङके रात 1:00 बजे के उपरांत शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है। इसके अलावा 7 मार्च को शाम तक पूर्णिमा का समय होने के कारण होली खेलने के लिए 8 मार्च का दिन सही ठहराया है।
इन सब के बावजूद भी कई लोग अपने अपने तर्क पर सोमवार को होलिका दहन और बुधवार की जगह मंगलवाल को ही होली खेलने पर अपना तर्क पेश कर रहे हैं । इन सब मतांतर और सोशल मीडिया में होली के दिन को लेकर पोस्ट वीडियो से लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।