हाइलाकांदी के साको साहित्य पत्रिका गोष्ठी ने कविगुरु रवींद्रनाथ ठाकुर की 81वीं पुण्यतिथि एवं सांको साहित्य पत्रिका के 73वें मासिक साहित्य बैठक को एक गंभीर माहौल में मनाया गया। कोविड नियमों का पालन करने वाले कम संख्या में कवियों और लेखकों की उपस्थिति में रविवार को लक्ष्मीशहर में इस दिन को मनाया गया। कविगुरु के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई । इसके बाद सांको साहित्य पत्रिका के संस्थापक संपादक सुशांत मोहन चट्टोपाध्याय ने इसके बाद स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि रवींद्रनाथ बंगालियों की पहचान और गौरव हैं। रवींद्र साहित्य पर चर्चा करना चाहिए। विशिष्ट कवि रीता चंद ने संबोधित करते हुए कहा कि रवींद्रनाथ आज भी प्रासंगिक हैं और वे अगले कुछ शताब्दियों के लिए दुनिया के लिए प्रासंगिक रहेंगे। इस दिन उन्होंने रवींद्र संगीत का प्रदर्शन किया। शिक्षिका कबिता दास ने कहा कि रवींद्र की चर्चा करने के लिए उन्हें गहराई से अध्ययन करना होगा। इसके अलावा बरिष्ठ कवि रवींद्रनाथ कश्यप, कवि शंकरी चक्रवर्ती ने प्रासंगिक भाषण दिया। अनुष्ठान में रीता चंद, कविता दास, शंकरी चक्रवर्ती, पंकज कर, रवींद्रनाथ कश्यप एवं सुशांत मोहन चेटर्जी द्वारा स्व-रचित कविता पाठ किया। कवि तथा पत्रकार शंकरी चौधुरी ने कवि की मृत्यु के बाद काजी नजरूल इस्लाम की कविता “रवि हारा” का आवृत्ति किया। इसके बाद समवेत रवीन्द्र संगीत की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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- Admin
- August 10, 2021
- 11:01 am
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कवि गुरु रवींद्रनाथ ठाकुर की पुण्यतिथि मनाई गई
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