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सिलचर, १४ नवंबर, २०२३: पारंपरिक उपचारों और आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान के एक क्रांतिकारी अभिसरण में, मधुमेह विरोधी और औषधीय रसायन विज्ञान में एक प्रतिष्ठित शोधकर्ता प्राचार्य डॉ. पार्थ प्रदीप अधिकारी, मधुमेह के लिए एक शक्तिशाली उपाय के रूप में गुड़ के उपयोग का अभिवचन कर रहे हैं। सिलचर में प्रणबानंद इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य के रूप में, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के प्रति उनके बहुमुखी दृष्टिकोण ने न केवल स्कूल को सीआईएससीई संबद्धता के तहत पहली अंतरराष्ट्रीय प्रशंसा दिलाई, बल्कि मधुमेह प्रबंधन में एक नई बातचीत भी शुरू की है।
स्वदेशी पौधों की शक्ति का खोज:
मधुमेह विरोधी गतिविधियों के क्षेत्र में डॉ. अधिकारी की यात्रा विभिन्न औषधीय रूप से महत्वपूर्ण स्वदेशी पौधों की खोज के साथ शुरू हुई। उनकी उल्लेखनीय खोजों में, हॉजसोनिया हेटरोक्लिटा फल और कई अन्य पौधों ने महत्वपूर्ण एंटीग्लाइसेमिक गतिविधियों का प्रदर्शन किया। इसने मधुमेह प्रबंधन के लिए वैकल्पिक संसाधनों व समाधानों की खोज की नींव रखी।
गुड़: मधुमेह हेतु प्राकृतिक उपचार:
डॉ. अधिकारी की अभूतपूर्व अभिव्यक्ति का केंद्र बिंदु मधुमेह प्रबंधन प्रथाओं में गुड़ को शामिल करना है। उनके शोध से पता चला है कि गुड़ न केवल ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने में सहायक होता है बल्कि इसमें क्रोमियम भी पर्याप्त मात्रा में होता है। यह विशेषता इंसुलिन के स्तर को कम करती है और ग्लूकोज सहनशीलता में वृद्धि करती है, जिससे मधुमेह की देखभाल के लिए एक समग्र व संपूर्ण दृष्टिकोण मिलता है।
क्रोमियम-सेलेनियम कनेक्शन:
डॉ. अधिकारी का शोध उत्तर पूर्वी क्षेत्र में आने वाली अनूठी चुनौतियों तक फैला हुआ है, जहां मिट्टी में सेलेनियम के उचित प्रतिशत की कमी है। यह कमी पौधों द्वारा क्रोमियम के अवशोषण में बाधा डालती है, जिससे इस क्षेत्र में मधुमेह के रोगियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। गुड़, अपनी क्रोमियम-समृद्ध संरचना के साथ, इस कमी को दूर करने के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में उभरता है, जैसा कि डॉ. अधिकारी के आधुनिक शोध लेख में बताया गया है।
बौद्धिक ज्ञान के साथ प्रत्येक प्राणियों को निरोगी और सशक्त बनाना:
अपने छात्रों और उनके परिवारों की भलाई के लिए गहराई से प्रतिबद्ध एक प्राचार्य के रूप में, डॉ. अधिकारी सूचित विकल्पों की शक्ति में विश्वास करते हैं। मधुमेह के उपचार के रूप में गुड़ की उनकी सलाह न केवल एक वैज्ञानिक सफलता है, बल्कि उत्तर पूर्वी क्षेत्र और उससे आगे के समुदायों के लिए कार्रवाई का आह्वान है।
संपूर्ण व समग्र स्वास्थ्य सेवा का आह्वान:
डॉ. अधिकारी का काम शिक्षा की पारंपरिक सीमाओं से परे है, यह दर्शाता है कि कैसे स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण को समस्त जन प्राणियों के नेतृत्व में सहजता से एकीकृत किया जा सकता है। उनके मार्गदर्शन में स्कूल की पहली अंतरराष्ट्रीय प्रशंसा शिक्षा के सभी पहलुओं में उत्कृष्टता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
ऐसे परिदृश्य में जहां स्वास्थ्य और शिक्षा एक दूसरे को जोड़ते हैं, डॉ. पार्थ प्रदीप अधिकारी एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़े हैं, जो एक स्वस्थ भविष्य की दिशा में मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। मधुमेह के उपचार के रूप में गुड़ पर उनका शोध न केवल स्वास्थ्य सेवा में नए द्वार खोलता है, बल्कि इस धारणा को भी मजबूत करता है कि अतीत का ज्ञान हमें आज की चुनौतियों के लिए नवीन समाधानों के लिए मार्गदर्शन कर सकता है।
जैसे-जैसे हम आधुनिक स्वास्थ्य समस्याओं की जटिलताओं से निपटते हैं, डॉ. अधिकारी की गुड़ की सुविचार एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करती है कि कभी-कभी, सबसे मीठे समाधान सबसे अप्रत्याशित स्थानों में पाए जाते हैं।