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विश्वनाथ चारिआली, 29 जनवरी: ऑल असम आदिवासी स्टूडेंट्स यूनियन (AASA) की उद्योग में और विभिन्न आदिवासी समाज संघ के सहयोग में 19वी आदिवासी महासभा का आयोजन किया गया। इस महासभा उद्घाटन के बाद मुख्य सलाहकार प्रदीप हेम्ब्रम ने किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष प्रदीप नाग ने की। जिसमें आदिवासी समाज को लेकर उनके मांग पर जोडों से चर्चा की। इस कार्यक्रम में देशभर से 20 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं आमंत्रित सांसद गौरव गोगोई, बिहाली विधायक रंजीत दत्ता, विश्वनाथ विधायक प्रमोद बरठाकुर आदी अतिथियों को संबोधित किया गया। वहीं आदिवासीकरण के क्षेत्र में गौरव गोगोई, विधायक रंजीत दत्त ने इसके लिए कदम उठाने की बात कही। इस महासभा ने भी आदिवासीकरण जमीन की प्रमाण पत्र के कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव ग्रहण किया और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले असम के आदिवासियों को आदिवासी का दर्जा देना और टीजीएल के रूप में जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं करना बल्कि आदिवासियों को उनकी संबंधित जातियों के नाम पर जारी करना आवश्यक है। इस बात को केन्द्रीय अध्यक्ष प्रदीप नाग ने दावा किया है।
उद्घाटन समारोह में जनजातीय कल्याण और विकास परिषद के कार्यकर्ता और विभिन्न जातीय समूह एकजुट रहे, वहीं केंद्रीय समिति के पदाधिकारी और कार्यालय विभिन्न जिला कमेटियों के पदाधिकारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि 19वीं आदिवासी महासभा 25 जनवरी से विश्वनाथ के धुली मिसामारी, में आयोजित अन्तिम दिन विशाल शोभायात्रा का उद्घाटन आदिवासी महासभा के अध्यक्ष तथा विश्वनाथ के विधायक प्रमोद बारठाकुर ने किया। वहीं केंद्रीय समिति के अध्यक्ष प्रदीप नाग, आदिवासी आइकन लक्ष्मी ओरांग, सैकड़ों अन्य नेता और कार्यकर्ता, विभिन्न आदिवासी समाज शामिल हुए।