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1 सितंबर से कैबिनेट के निर्णय के अनुसार शिक्षा विभाग के 22921 खाली पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उपरोक्त वक्तव्य आज विधानसभा में शिलचर के विधायक दीपायन चक्रवर्ती ने देते हुए कहा कि विरोधियों से मैं पूछना चाहता हूं कि जो नौकरी पाएंगे, वह क्या बिना वेतन नौकरी करेंगे? दीपायन चक्रवर्ती विपक्ष द्वारा लाए गए शिक्षा बजट में कटौती प्रस्ताव के खिलाफ बोल रहे थे।
उन्होंने असम की प्रथम महिला वित्त मंत्री को बजट पेश करने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री डॉ हेमंत विश्व शर्मा ने एक लाख नौकरी देने की जो घोषणा की है, उसमें शिक्षा विभाग के 28162 पद है। सरकार ने बजट में शिक्षा को महत्व देते हुए वर्तमान में जो बच्चे मोबाइल के अभाव में ऑनलाइन क्लास नहीं कर पा रहे हैं ऐसे कक्षा 9 और 10 के आठ लाख छात्रों को मोबाइल देने का निर्णय लिया है। दीपायन चक्रवर्ती ने कहा कि बोड़ो, गारों और मणिपुरी भाषा में विशेष टेट आयोजित किया जाएगा, इसके लिए मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि 5 नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे, प्रत्येक मेडिकल कॉलेज के लिए 16 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राथमिक शिक्षा के लिए 9389.54 करोड़ तथा हायर एजुकेशन के लिए 2612.98 करोड़, सेकेंडरी एजुकेशन के लिए 5131.51 करोड़ तथा टेक्निकल एजुकेशन के लिए 410.17 करोड़ का बजट रखा गया है बजट ऊर्ध्वगामी होने के कारण ही आसाम की साक्षरता दर 85.9 प्रतिशत हो गई है। इसलिए शिक्षा बजट में कटौती का प्रस्ताव अनुचित है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों के पास पर्याप्त भूमि है किंतु उसकी देखभाल ठीक से ना होने के कारण अतिक्रमण हो रहा है। सभी विद्यालयों का जमीन का माप जोख करके बाउंड्री वाल बना देना चाहिए तथा एक मास्टर प्लान बनाया जाना चाहिए। उन्होंने बजट में कटौती प्रस्ताव का विरोध करते हुए उपरोक्त बातें आज असम विधानसभा में कहीं।