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हिंदीभाषी संगठनों ने धूमधाम से मनाया हिंदी माह का मुख्य समारोह

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खचाखच भरा रहा सभागृह, 6 घंटे चला कार्यक्रम
हिंदी के मान-सम्मान की रक्षा के लिए शपथ ग्रहण कराया गया, असम सरकार द्वारा हिंदी को समाप्त करने की प्रयास के  विरुद्ध निंदा प्रस्ताव ग्रहण किया गया

यशवन्त पाण्डेय शिलकु़ड़ी 1 अक्टूबर: हिन्दीभाषी समन्वय मंच व विभिन्न सहयोगी संगठनों के तत्वाबधान में हिन्दी माह के उपलक्ष्य पर आयोजित मुख्य समारोह बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया गया। एनआईटी शिलचर संलग्न मधुबन विवाह भवन में आयोजित मुख्य समारोह में मंच के अध्यक्ष डा. बैकुण्ठ ग्वाला की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि के रूप में बराकघाटी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित आनन्द शास्त्री, काछाड़ जिला परिषद के चेयरमैन अमिताभ राय, आर ई अस्पताल के एमडी डा. रंजन सिंह,

रोजकान्दी चाय बागान के महाप्रबंधक ईश्वरभाई उभादिया, मंच के महासचिव तथा प्रेरणा भारती के स्वत्वाधिकारी दिलीप कुमार, एनआईटी शिलचर नराकास के सदस्य सचिव और संकाय सौरभ वर्माजी, पूर्व डीआई जवाहर लाल राय, हिन्दीभाषी, समाजसेवी सुन्दरी पटवा, महिला मंच की अध्यक्षा डा. रीता सिंह यादव, जिला परिषद सदस्य मानव सिंह मंचासीन थे। समारोह में समाजसेवी अमरनाथ खण्डेलवाल को स्वर्गीय आत्मा प्रसाद की स्मृति में, समाजसेवी उदयशंकर गोस्वामी को स्वर्गीय शतराम चौहान की स्मृति में, समाजसेवी बाबुलाल भूरा को स्वर्गीय जय नारायण कुर्मी, उद्योगपति ईश्वरभाई उभाडिया को स्वर्गीय रामलोचन ग्वाला की स्मृति में, श्रीमती फूलमति कलवार को स्वर्गीय नागेश्वर कुर्मी की स्मृति में, शिक्षाविद जवाहर लाल राय को स्वर्गीय शिव कुमार जायसवाल की स्मृति में, शिक्षक मणिभुषण चौधुरी को स्वर्गीय हरि लाल क्षेत्री की स्मृति में, श्रीमती बिन्दू सिंह को स्वर्गीय मेघ नारायण ग्वाला की स्मृति में तथा समाजसेवी विनीत कुमार सिंह को स्वर्गीय सुखदेव नुनिया की स्मृति में मानपत्र व उत्तरीय ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

मानपत्र का पाठ सर्वश्री प्रदीप कुर्मी, राजेन कुंवर, श्रीमती शती कुमारी, कल्याण हजाम, सुनील कुमार सिंह, जय प्रकाश कुर्मी, श्यामु यादव, जवाहर लाल पाण्डेय, सुकुमार सोनार ने किया। असम सरकार द्वारा विद्यालयों से हिंदी को समाप्त करने के प्रयास को रोकने के लिए तथा हिंदी के मान सम्मान की रक्षा के लिए शपथ ग्रहण कराया गया। असम सरकार के इस निंदा के लिए सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया। समारोह में बच्चों को भूतपूर्व हिन्दी सलाहकार भारी उद्योग एवं लोक उद्दम मंत्रालय भारत सरकार स्वर्गीय मेघनारायण ग्वाला की स्मृति में पुरस्कार दिया गया।

समिति के प्रचार सचिव जवाहर लाल पाण्डेय ने समारोह के प्रथम चरण में संचालन किया और द्वीप प्रज्ज्वन के दौरान मंत्रपाठ किया, अध्यक्षीय भाषण डा. बैकुण्ठ ग्वाला ने दिया व महासचिव दिलीप कुमार द्वारा प्रास्ताविक वक्तव्य दिया। समारोह में शास्त्री घनश्याम पाण्डेय द्वारा संपादित दुर्गासप्तशती का सरल हिन्दी भाषा में रुपान्तरित किया हुआ पुस्तक का विमोचन मुख्य अतिथि ज्योतिषाचार्य पंडित आनन्द शास्त्री सहित अन्य गणमान्य अतिथियों के करकमलों से किया गया। तत्पश्चात मंच के सांस्कृतिक प्रमुख  शिवकुमार व कल्याण हजाम के संचालन में भव्य सांस्कतिक कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

समारोह में राजन कुंवर द्वारा प्रतिभागियों को क्रमश: पुरस्कत किया गया। समारोह में पंडित आनन्द शास्त्री, ईश्वरभाई उभाडिया, उदय शंकर गोस्वामी, बाबुलाल भूरा, डा. रंजन सिंह, श्रीमती फुलमती कलवार, सौरभ वर्मा, बिन्दु सिंह, पृथ्वीराज ग्वाला ने हिन्दी का महिमामंडन करते हुए अपना विचार प्रस्तुत किया।

समारोह में राष्ट्रीय कवियित्री सुषमा पारख, कवियित्री शचि कुमारी, उषा नुनिया व सुमन गोड़ ने कविता पाठ कर उपस्थित महानुभावों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच के प्रमुख कार्यकर्ताओं में रामनारायण नुनिया, सुभाष चौहान, अनन्त लाल कुर्मी, गणेश लाल क्षत्री, जय प्रकाश गुप्ता, प्रमोद शाह, मनोज जायसवाल, श्रीमती सीमा कुमार, श्रीमती नीलम गोस्वामी, शची कुमारी, श्रीमती उमा नुनीया, पूर्णिमा यादव ने उपस्थित होकर सहयोग किया, मंच के कार्यकर्ता श्यामु यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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